मोकामा, आर्यन सिंह। मध्यम वर्गीय परिवार की बेटी-बहू का दायित्व निभाते हुए, शादी के लगभग एक दशक बाद, लक्ष्य साधने में सफल रही संगीता कुमारी के मोकामा स्थित ससुराल व लखीसराय मायके में, बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।जानते हैं क्यों.. इसलिए कि संगीता कुमारी ने निष्ठा और लगन से परिवार व स्कूल के बीच खुद को इस योग्य बना डाला कि आज वह BPSC प्रतियोगिता में सफल हो कर लोगों के लिए अनु-करणीय बन गई है।
संगीता मानती है कि प्रतियोगिता परीक्षा कठिन है,लेकिन मुश्किल नहीं।संगीता ने तीसरे प्रयास में प्रतिष्ठित BPSC प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता अर्जित कर आज का माहौल ही बदल दिया है।
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भरपूर सादगी,उन्नात ख्याल के साथ संगीता कुमारी से बात करने के दौरान ये पता चला कि अपनी पढ़ाई बहुत मुश्किल से पूरी कर सकी हैं। मैट्रिक परीक्षा पास करने के बाद वे लम्बे समय से पढ़ाई से दूर रहीं और बारहवीं की पढ़ाई उन्होंने अपने ससुराल मोकमा आ कर ही पूरा किया। उन्होंने बताया कि महिला होने के चलते उन्हें बहुत ही मुश्किल का सामना करना पड़ा, लेकिन कभी भी हार नहीं मानते हुए खुद को अपने लक्ष्य पर ही केंद्रित रखा।साथ ही समय निकाल कर केवल पढ़ाई में ही मन लगाती रही। उनका कहना है कि कभी निगेटिवीटी में नहीं रहें।कुछ भी करना मुश्किल नहीं है, बस हमें निरन्तर प्रयासरत होना चाहिए।विषयवार व नित्य रिविजन फायदेमंद है।
पूछे जाने पर बड़े ही सादगी से संगीता कुमारी ने कहा कि पति माता पिता, अपने बच्चों व परिवार के सहयोग के बिना यह आसान नहीं था।वर्तमान में शिक्षिका पद पर रहते हुए उन्हें एनसीईआरटी की पुस्तक,नेट व सहयोगी शिक्षकों का साथ मिला।वे कहती हैं कि लगन के साथ लगे रहें,साथ की हिम्मत ना हारे। सालों अथक प्रयास करने पड़़ते हैं। उन्होंने ने बताया कि 10 वर्षों से ध्यान लगा था, किन्तु 5 वर्षों से निरन्तर प्रयास चलता रहा। तीसरी कोशिश में क़ामयाबी मिली है।
पटना कॉलेज के दूरशिक्षा से ग्रैजूएशन किया, BPSC प्रतियोगिता के लिए इंटरनेट से ही पढ़ाई की।उन्हें पंचायती राज विभाग मिला है। दायित्वों का बखूबी निभाने की ऊर्जा से लवरेज संगीता अपने ससुराल में आये बधाइ देने वालों का ख्याल करना कभी कम नहीं करतीं । इनका कहना है कि पंचायती राज विभाग से जुड़ कर गांव व पंचायतों में काम करने का अवसर मिल पायेगा।भारत की आत्मा गांव में ही बसती है।पूजा पाठ में रूचि रखने वाली संगीता अध्यात्म का आदर करती हैं तथा सभी धर्मों के प्रति अनुराग भी रखती हैं।