पटना, संवाददाता। ऐतिहासिक रूप से समृद्ध आर्यभट्ट और चाणक्य की कर्मभूमि खगौल के लगातार उपेक्षा से तंग आकर अब स्थानीय लोगों ने क्षेत्र को प्राचिन गौरव लौटाने को संकल्पित दिख रहे हैं। इसके लिए सरकार से अब लोगों ने अब मांग उठानी शुरु कर दी है।
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स्थानीय पूर्व मुखिया उदय शंकर यादव, नगर परिषद के उपाध्यक्ष कुमार अविनाश उर्फ पिंटू, अधिवक्ता एवं रंगकर्मी नवाब आलम, प्रसिद्ध यादव, आशुतोष श्रीवास्तव, प्रसिद्ध यादव, संगीता सिन्हा, रंजीत प्रसाद सिन्हा, उमा गुप्ता,वार्ड पार्षद रितेश (उर्फ बिट्टू), भरत पोद्दार, मानो देवी, महेंद्र सिंह, पूर्व पार्षद देवेन्द्र प्रसाद (घुटुक), ज्ञानी प्रसाद, राधामोहन, ऋषिकेश नाथ, अमन, मो॰सज्जाद, शोएब कुरैशी, सामाजिक कार्यकर्ता चंदु प्रिंस, नवीन कुमार, विकास कुमार उर्फ पप्पू,ऋषि राज, मोहन पासवान, मो॰रिंकू, सहित कई लोगों ने मिलकर सरकार से मांग की है कि खगौल के इस एतिहासिक, सांकृतिक नगर को पर्यटक स्थल व मॉडल शहर या नगर के रूप में विकसित कर इसको इसका प्राचिन गौरव लौटाया जाए।
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मांग करने वाले लोगों ने कहा कि अभी तो हम सरकार और नगर प्रशासन से मांग करते हैं कि वह खगौल की उपेक्षा को लेकर राज्य सरकार और नगर प्रशासन अपनी निद्रा तोड़े और इस एतिहासिक,सांकृतिक नगर को पर्यटक स्थल व मॉडल शहर रूप में विकसित करे अन्यथा खगौलवासी आंदोलन करने को विवश होंगे।