पटना, संवाददाता। साहित्यिक संस्था थाउट एंड इंक ने पाटलिपुत्र स्थित लिट्रा पब्लिक स्कूल कैम्पस में गाजियावाद से पटना पुस्तक मेला में भाग लेने आई साहित्यकार सिनीवाली शर्मा की पुस्तक गुलाबी नदी की मछलियां पर परिचर्चा आयोजित किया। इस चर्चा में मुख्य रूप से देश के प्रतिष्ठित कवि और साहित्यकार आलोक धन्वा लिमका बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करा चुकी बिहार की नामचीन साहित्यकार ममता मेहरोत्रा, बिहार के बरिष्ठ पत्रकार मुकेश महान,श्वेता ग़ज़ल और खुद सिनीवाली शर्मा उपस्थित थीं
परिचर्चा के दौरान आलोक धन्वा ने पुस्तक पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि सिनीवाली के परिवार में साहित्य दो पीढ़ी पहले से है। ये ही कारण है कि उनकी कहानियों में सरलता, सहजता के साथ गांव दिखता है।
ममता मेहरोत्रा ने कहा कि हिन्दी साहित्य में गांव और गांव की कथा भरी पड़ी है। फिर भी गांव में अनछुए पहलुओं की कमी नहीं है। शायद यही वजह रही कि सिनीवाली ने अपनी कहानियों के लिए गांव का चयन किया।
मुकेश महान ने कहा कि सिनीवाल लगातार कहानियां लिख रही हैं। अपनी कहानियों के जरिये वो गांव के दर्द और वहां की संवेदनाओं के उकेरने की कोशिश में जुटी हैं। खुद सिनीवाल शर्मा ने कहा कि मुझे गांव में भूख, दर्द और संवेदनाएं ज्यादा दिखती हैं और जहां ये तीनों हैं वहां कहानी तो बनती ही चली जाती है।
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कार्यक्रम के दूसरा सत्र साक्षात्कार का था दिसमें जिसमें श्वेता ग़ज़ल ने सिनीवाल के जीवन के अनछुए पहलुओं पर विस्तार से चर्चा सवाल-जवाब किया। कार्यक्रम के अंत में थाउट एंड इंक के संस्थापक अभिषेक ने सभी को धन्यवाद दिया और भाग लेने के लिए सभी आगत वक्ताओं का आभार प्रकट किया।