parenting expert opinion : नयी दिल्ली, पेरेंटिंग ऐक्सपर्ट और इंफ्लूएंसर रिद्धि देवडा का कहना है कि प्रतिस्पर्धा वाले वातावरण में आज कल माता पिता बहुत तुलनात्मक हो गए हैं।
रिद्धि देवडा ने कहा मेरा मानना है कि बच्चों को सुधारें नहीं निखारे। हम आज कल दूसरे बच्चों से अपने बच्चों की तुलना करने लगते हैं और चाहते हैं कि हमारे बच्चे उनके जैसे हो जाए। सभी बच्चे अलग-अलग गुण के साथ आते हैं और हर एक के अंदर अलग अलग क़ाबिलीयत होती है।
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विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक थॉमस एडिसन की माँ इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। जैसे वह बचपन में विद्यालय गए तब सभी विद्यार्थियों से अलग होने के कारण अध्यापक ने उन्हें कक्षा से निकाल दिया। इस बात पर थॉमस एडिसन की माँ ने अफ़सोस या ग़ुस्सा न दिखाते हुए उन्हें यह समझाया कि वह अन्य बच्चों से योग्य है, इसलिए अध्यापक उन्हें कक्षा में नहीं रख सकते।इससे उनके मन में इतना विश्वास पैदा हो गया और वह अपना हर कार्य पूरी लगन से करने लगे।फलस्वरुप उन्होने बिजली के लट्टू का आविष्कार किया। इससे हमें यह शिक्षा प्राप्त होती है कि बच्चों की नकारात्मक प्रतिक्रिया को सकारात्मक व्यवहार से ही निखारा जा सकता है।