Ranchi में चचेरे भाई -बहन ने किया प्रेम-विवाह, Ranchi के रामगढ़ की है घटना
आहत पिता ने बेटी का पुतला बनाकर किया अंतिम संस्कार
आईये चलते हैं रांची के रामगढ जिले के रजरप्पा थाना के चितरपुर में। इस गांव में मातम है। सबके चेहरे शर्म से झुके हुए है। ऐसा लगता है कि हर शख्श गुनहगार है। ऐसा क्या हुआ है यहां कि मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।
दरअसल यहां रिश्तों का क़त्ल हुआ है ! यहां विश्वास का क़त्ल हुआ है। एक ऐसी घटना को अंजाम दिया गया है, जिससे सभी कलंकित महसूस करने लगे हैं। 28 फरवरी 2021 का वो दिन था, जब इस गांव की एक युवती अपने प्रेमी, जो रिश्ते में चचेरा भाई था, उसके साथ घर से भाग गई। खोजबीन शुरू हुई। पिता ने रजरप्पाह थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। रामगढ़ पुलिस ने काफी खोजबीन के बाद बड़ी मशक्कशत से प्रेमी जोड़े को ढूंढ निकाला। थाने में युवती अपने प्रेमी के साथ पहुंची। युवती ने पुलिस और परिजनों को बताया कि उसने शादी कर ली है और अब आगे उसी के साथ जीना चाहती है। यहां तक तो किसी को कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन युवती ने बताया कि शादी उसने अपने चचेरे भाई से ही की है। इतना सुनते ही लोगों के होश फाख्ता हो गए।
पिता के साथ साथ गांव भर के लोगों ने समझाने का प्रयास किया, इज्जत की दुहाई दी, रिश्तों की दुहाई दी, धर्म की दुहाई दी लेकिन दोनों अपनी जिद पर कायम रहे।
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पुलिस ने भी समझाने का प्रयास किया कुछ सामाजिक कार्यकर्त्ता भी सामने आये। इन सबके उलट दोनों प्रेमियों ने थाने में ही साथ जीने और मरने की कसमें खायी। आखिरकार आहत पिता ने सबके सामने बेटी से रिश्ता तोड़ने का ऐलान किया। घर आकर बेटी का पुतला बनाया और परिवार और गांव वालों की उपस्थिति में उस पुतले का विधिवत अंतिम संस्कार किया कि शायद पिता के चेहरे पर लगा कलंक धूल जाये। लेकिन अंतिम संस्कार करके सच में लाचार पिता का कलंक धूल जायेगा? शायद नहीं। ये कलंक उस परिवार की तक़दीर बन गया।
तो क्या भाई-बहन के बीच जो कुछ था वो प्यार था ? एक हिन्दू परिवार में भाई बहन के बीच प्रेम सम्बन्ध और फिर विवाह! ये कैसा प्यार है, जिससे वशीभूत होकर हम रिश्तों को नहीं पहचानते। मर्यादा तोड़ना, परम्परा तोड़ना, धर्म को ठेंगा दिखाना क्या यही प्यार की परिभाषा है ? ये घटना क्या उदहारण पेश करती है। ये भाई-बहन जो अब पति पत्नी हैं। अपने ही बच्चों के समक्ष अपना परिचय किस तरह देंगे? उनके बच्चे समाज द्वारा पूछे गए सवाल का कैसे सामना करेंगे? उस आहत पिता को ढाढ़स देने के लिए समाज खड़ा है लेकिन उनके साथ जो भाई-बहन के रिश्ते की मर्यादा को लाँघ गए समाज का क्या रवैया होगा। इस घटना ने पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि प्रेम की परिभाषा और मर्यादा क्या है?