नई दिल्ली। पिछले करीब दो महीने से चल रहे किसान आंदोलन में नया मोड़ आ गया है। 26 जनवरी को किसानों के उग्र प्रदर्शन के बाद बैकफुट पर खड़े किसान यूनियन के नेता ने अब एक नया मोड़ ला दिया है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बॉर्डर पर मीडिया से बात कर कहा कि, कृषि कानूनों पर हम एक बार फिर भारत सरकार से बातचीत करेंगे, जो हमारे रास्ते हैं उनपर चर्चा करेंगे। हमने सरकार को संदेश भेज दिया है कि हम भारत सरकार से बातचीत करना चाहते हैं।
वहीं जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या सरकार द्वारा दिया गया 18 महीने तक कानून को स्थगित करने का प्रस्ताव मांगेंगे? इस पर टिकैत ने दो टूक कहा कि नहीं नहीं, हम दोबारा सरकार के साथ बात करेंगे।
टिकैत द्वारा दिये गए इस बयान के बाद सरकार की तरफ से क्या जवाब आएगा उसका इंतजार सभी को है, लेकिन गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा के बाद से आंदोलन में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। दरअसल पहले ही सरकार और किसान संगठनों के बीच कृषि कानूनों पर 11 बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन सभी बातचीत अब तक बेनतीजा रही है।