वन कर्मियों की खेल सुविधा देने पर होगा विचारः अश्विनी चौबे। गुवाहाटी/पटना,संवाददाता। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि वन कर्मियों को खेलों में प्रोत्साहन देने की हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर खेल संबंधी सुविधाएं मिले इसके बारे में गंभीरता से विचार होगा। साथ ही वन कर्मियों की जो मांग है कि जिस तरह बहादुरी के लिए पुलिस को राष्ट्रपति पदक मिलता है। उसी तरह वन, वन्यजीव तथा पर्यावरण की रक्षा करने वालों को भी इस तरह का पुरस्कार मिले। इसके लिए भी गंभीरता पूर्वक विचार किया जाएगा। केंद्रीय राज्यमंत्री श्री अश्विनी चौबे उत्तर-पूर्व राज्यों के दौरे के क्रम में असम के गुवाहाटी चिड़ियाघर निरीक्षण के पूर्व खेल में उत्कृष्ट योगदान देने वाले वन कर्मियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने खेल क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाली दो वनकर्मियों को 25-25 हजार रुपये देकर उन्हें सम्मानित किया। नयन मोनी सैकिया, लॉन बॉल व वेटलिफ्टिंग में अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड, सिल्वर, ब्रॉन्ज आदि मेडल जीत चुकी है। सुरभि सैकिया दास ने फेंसिंग इवेंट्स में राष्ट्रीय स्तर पर सिल्वर, ब्रॉन्ज आदि मेडल प्राप्त की है। वनकर्मी खेलों में बेहतर करें और उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध हों, इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। इसके पहले केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे ने गुवाहाटी चिड़ियाघर परिसर में दो रुद्राक्ष के पौधे लगाए उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ लगाना और उसे बचा कर रखना हम सबकी की जिम्मेवारी है। इसके प्रति हम सभी को संवेदनशील होना पड़ेगा। इसके उपरांत केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे ने चिड़ियाघर का भ्रमण किया। उत्तर पूर्व राज्य का गुवाहाटी स्थित चिड़ियाघर सबसे बड़ा है इसमें विभिन्न तरह के वन्य जीव रहते हैं।
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इसके बाद केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे ने प्रदेश बीजेपी कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा सरमा के नेतृत्व में राज्य का सर्वांगीण विकास हो रहा है। उत्तर पूर्व के राज्य भारत के विकास में इंजन का काम करें। यह ध्येय प्रधानमंत्री का शुरू से रहा है।
वन, पर्यावरण का मामला हो या खाद्य आपूर्ति का, असम का प्रदर्शन काफी बेहतर है। भारतीय खाद्य निगम द्वारा उत्तर पूर्व का गेहूं का पहला साइलो 50 हजार मैट्रिक टन का असम के चांगसारी में लगभग बन गया है। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत असम के 5 शहरों गुवाहाटी, नौगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सिलचर को शामिल किया गया है। इस शहरों की वायु गुणवत्ता को सुधारा जाएगा। इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी। वर्तमान तिमाही में असम में लगभग 18,279.61 एमटी फोर्टीफाइड चावल मिड डे मील के तहत स्कूली बच्चों को पोष्टिक खाना उपलब्ध करवाने के लिए एफ़सीआई द्वारा जारी किया जा चुका है।