पटना ,मुकेश महान। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस ने दिल्ली में 4 फरवरी 2024 को अपने प्रस्तावित कायस्थ महासम्मेलन की तैयारी शुरु कर दी है। इस कायस्थ महासम्मेलन को लेकर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस उत्तर प्रदेश पश्चिम की प्रदेश कार्य समिति की प्रथम बैठक में गत 25 जून को मुरादाबाद में विस्तार से चर्चा हुई। इस बात की जानकारी मुरादाबाद की बैठक से लौट कर कांफ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन ने xposenow.com को एक बातचीत में दी।
कार्यसमिति महत्वपूर्ण निर्णयों के बारे में चर्चा करते हुए डॉ राजीव रंजन ने बताया कि 4 फरवरी 2024 रामलीला मैदान में एक लाख से ज्यादा लोगों की उपस्थिति के लिए इस बैठक में उद्घोष किया गया। इसके लिए उत्तर प्रदेश के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता एक मुहीम की तरह काम करने में जुट गए हैं। उत्तर प्रदेश पश्चिम कार्यसमिति द्वारा 20 – 25 हजार लोगों की रामलीला मैदान में उपस्थिति का आश्वासन भी ग्लोबल अध्यक्ष को दिया गया है। साथ ही कार्यसमिति ने रामलीला मैदान के कार्यक्रम के लिए आर्थिक सहयोग का भी आश्वासन दिया है।
ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि दूसरे प्रदेशों में भी 4 फरवरी 2024 के दिल्ली कार्यक्रम को लेकर इसी तरह का उत्साह दिखता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कार्यक्रम सफल रहेगा और जीकेसी का नाम भारतवर्ष के इतिहास में सुनहरी अक्षरों में लिखा जाएगा।
श्री राजीव रंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश पश्चिम के उन जिलों में भी 2 महीने के अंदर जिला इकाई का गठन एवं विस्तार कर लिया जाएगा, जहां पर जीकेसी इकाई का गठन अब तक नहीं हुआ है।डा. राजीव रंजन ने बताया कि कुटीर उद्योग को लेकर भी उत्तर प्रदेश पश्चिम इकाई गंभीर है। जीकेसी कुटीर उद्योग को मुख्य प्रबन्ध न्यासी रागिनी रंजन के नेतृत्व में जन जन तक पहुंचाने का संकल्प इस बैठक में लिया गया। इस कार्य में पीतल नगरी मुरादाबाद के जीकेसीएन ने बढ़–चढ़कर सहयोग करने का आश्वासन दिया है।
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बैठक में सिरेमिक वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध खुर्जा तथा चूड़ी एवं शीशे की वस्तुओं के लिये विख्यात फिरोजाबाद में लघु उद्योगों की स्थापना कर बेरोजगार भाई एवं बहनों को स्वावलंबी बनाने का संकल्प भी लिया गया है।राजीव रंजन ने कहा कि जीकेसी कायस्थों के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए संकल्पित है और जल्द ही अपने संकल्प को पूरा करेगी।