नई दिल्ली संवाददाता। विश्व स्तरीय कायस्थ संगठन ग्लोबल कायस्थ कान्फ्रेंस जीकेसी राष्ट्रीय कार्यकारणी की महत्वपूर्ण बैठक इंडिया इंटरनेशनल के सभागार में आयोजित की गई। बैठक का संचालन ग्लोबल महासचिव अनुराग सक्सेना ने किया।
इस अवसर पर बैठक को सम्बोधित करते हुए ग्लोबल कायस्थ कान्फ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि कायस्थ समाज के समग्र हित में पूरे देश के कायस्थ संगठनों का साझा मंच निर्माण करने का प्रस्ताव करती है। यह मंच कायस्थ समाज के ऐसे मुद्दों विषयों, संदर्भों एवं प्रश्नों के लिए काम करेगा जो कायस्थ समाज के अस्तित्व से जुड़े हैं और जहां समाज की एकता का विराट दर्शन आवश्यक है। जब विरोधी विचारधाराओं से जुड़े घोर स्वार्थी में डूबे विभिन्न राजनीतिक दल सत्ता के लिए एक साथ आ सकते हैं तो एक आचार- एक व्यवहार-एक परिवार भाव से जुड़े हम सभी कायस्थ बंधु भी निस्संदेह एक समान जटिल प्रश्नों के समाधान के लिए एक मंच पर आ सकते हैं।
इसी विषय को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय कार्यसमिति को संबोधित करते हुए प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि कोऑप्रेटिव के क्षेत्र में लोगो को आगे लाने की आवश्यकता है। इसके लिए समूह बना कर कार्य करना होगा।ग्लोबल कायस्थ कान्फ्रेंस ने कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु प्रयास प्ररम्भ किया है। इस प्रयास के साथ मिल कर खड़ा करने की दृष्टि से सम्पूर्ण कायस्थ समाज के सभी बन्धुओं को अपना अपना अंशदान देने की महती आवश्यकता है।
से भी पढ़ें- मनेर ईंट भट्ठे की दीवार के नीचे दवे मजदूरों को 15 लाख मुआवजा मिलेः ग़ज़नफ़र नवाब
ग्लोबल महासचिव अनुराग सक्सेना ने कहा कि जीकेसी के सभी पदाधिकारी अपने सामर्थ्य से कार्य कर रहे हैं। उनका कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जीकेसी सशक्त संगठन बनकर उभरा है। हमें उम्मीद है कि किसी का वर्तमान युग में धन का महत्व सभी ओर दृष्टि गोचर होता है। सदियों से नौकरी पेशा रहने वाला कायस्थ समाज इस दृष्टि में निरन्तर जा पिछड़ता जा रहा है। हमारे समाज के एक बड़े वर्ग को हाथ पकड़कर साथ चलना होगा। अन्यथा समृद्धि की दौड़ में वो कोसों दूर होते जा रहे है।
इसे भी पढ़ें- मांगे पूरी न होने पर चुनाव में विरोधीं होंगे परास्त,जीतेंगे सहयोगीः आमोद निराला
जीकेसी राष्ट्रीय कार्यकारणी कार्यक्रम में जीकेसी के ग्लोबल उपाध्यक्ष आनंद सिन्हा, मुख्य वित्तीय पदाधिकारी निष्का रंजन, विधि प्रकोष्ठ के ग्लोबल अध्यक्ष अवनीश श्रीवास्तव, निष्का रंजन, अवनीश श्रीवास्तव, मेजर जनरल अनुज माथुर, शुभ्रांशु सक्सेना, डा. नम्रता आनन्द, दीपक कुमार अभिषेक, दीपश्रेष्ठ, प्रेम कुमार, सौरभ श्रीवास्तव, रचना सक्सेना, संतोष कुमार श्रीवास्तव, नवीन श्रीवास्तव, नितिन माथुर, डा पूनम कर्ण, राजेश श्रीवास्तव, राकेश, सुनील कुमार, अशोक दास,मधुरेंद्र सिन्हा, प्रभाकर श्रीवास्तव, नंदा कुमारी, हीरा लाल कर्ण, आशुतोष बर्जेश, रजनी श्रीवास्तव, सुशील श्रीवास्तव, निलेश रंजन, मनीष बादल, मुकेश जौहरी, प्रजेश शंकर, सहित काफी संख्या में कायस्थ जनों ने प्रतिभाग किया।