ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) ने महान संगीतकार-गायक, डिस्को किंग बप्पी लाहिड़ी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। यह श्रद्धांजलि बप्पी दा की ...
देश-विदेश

ग्लोबल कायस्थ कॉन्फेंस ने दी डिस्को किंग बप्पी लाहिड़ी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि

 नयी दिल्ली,संवाददाता। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) ने महान संगीतकार-गायक, डिस्को किंग बप्पी लाहिड़ी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। यह श्रद्धांजलि बप्पी दा की स्मृति में एक संगीतमय संध्या के आयोजन के साथ दी गई। इस संध्या  में जीकेसी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के कलाकारों ने बप्पी लाहिड़ी को गायन,वादन और संस्मरण  के जरिये अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।

  अंतरराष्ट्रीय स्तर के संगठन जीकेसी में देश भर के कायस्थ कलाकार जुड़े हुए हैं इसलिए इस आयोजन को ऑनलाइन फॉरमेट में प्रस्तुत कर देश भर के कलाकारों को जोड़ा गया।        

  कार्यक्रम की शुरुआत बप्पी लाहिड़ी से जुड़े संस्मरण को सुप्रसिद्ध कवि आलोक अविरल और अभिनेता-फिल्मकार दीप श्रेष्ठ ने साझा किया। दीप श्रेष्ठ ने बताया कि उन्होंने बप्पी लाहिड़ी के संगीत से सजी फिल्म कह दो प्यार है में अभिनय किया था, लेकिन दुर्भाग्य से फिल्म रिलीज नहीं हो सकी। फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें उनसे काफी कुछ सीखने को मिला था।

  कत्थक नृत्यांगना श्रुति सिन्हा ने सोमिका श्रीवास्तव के स्वरबद्ध गणेश वंदना पर अपने नृत्य के माध्यम से श्रद्धांजली अर्पित की।  जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने बप्पी दा को श्रद्धांजली अर्पित करते हुये कहा, बप्पी लाहिड़ी के रूप में हमने एक ऐसे विभूति को खोया जिसकी भरपाई संभव नहीं है। अस्सी के दशक में अपने संगीत के जादू से इन्होंने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। संगीत में नये प्रयोग के लिए ये जाने जाते थे। श्री प्रसाद ने कहा कि परंपरागत संगीत को लेकर जो मान्यतायें थी, उन्होंने उसे वैश्विक परिक्षेक्ष्य के रूप में हिंदुस्तान के संगीत से जोड़कर जादू पैदा किया और शायद इसलिये वह अमर हो गए।

   जीकेसी की प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन ने कहा, बप्पी लाहिड़ी के संगीतबद्ध गीत लोगों को प्रेरणा देते हैं। वो अपने आप में एक संस्थान थे। बेशक आपको डांस आता हो या न आता है लेकिन बप्पी लाहिड़ी के संगीतबद्ध और गाये गीतों के जरिये लोग थिरकने पर मजबूर हो जाते थे। वह डिस्कों के निर्माता थे। संगीत की दुनिया में बप्पी लाहिड़ी ने जो योगदान दिया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।

Read also-फतुहा में शुरु हुआ अखंड कीर्तन, कलश यात्रा संपन्न

      संगीतमय कार्यक्रम में मुम्बई से डॉ शालिनी बैरागी ने “आओ तुम्हें चांद पे ले जायें”, गज़ल गायिका मृणालिनी अखौरी ने “प्यार कभी कम नहीं करना”, कुमार संभव ने “प्यार मांगा है तुम्ही से”, हवाईयिन गिटारिस्ट सुबोध नंदन सिन्हा ने “दिल में हो तो आंखो में तुम”, दिवाकर कुमार वर्मा ने “याद आ रहा है तेरा प्यार”, स्पैनिश गिटारिस्ट प्रवीण बादल ने “दिल में हो तो तुम आंखों में तुम”, हैप्पी श्रीवास्तव ने “प्यार कभी कम नहीं करना” और जुबिन सिन्हा ने “याद आ रहा है तेरा प्यार” गाने पर शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का समापन प्रेम कुमार ‘चलते चलते मेरे ये गीत’ से हुआ।

Get Corona update here

 संगठन के वरिष्ठ ग्लोबल उपाध्यक्ष अखिलेश कुमार श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए हुए कहा कि ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद एवं मुख्य न्यासी रागिनी रंजन की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से एक फरवरी 2021 से अभी तक सभी महापुरुषों की जयंती एवं पुण्य तिथि  लगातार मनाया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कला संस्कृति प्रकोष्ठ इस तरह के कार्यक्रमों प्रतिमाह में अवश्य करेगा।

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.