पटना, संवाददाता। यूरोलॉजी के क्षेत्र में विख्यात ‘कुलकर्णी यूरेथ्रोप्लास्टी’ में बदलाव के लिए पटना के डॉ. नवीन कुमार को अहमदाबाद में सम्मानित किया गया। अहमदाबाद में रीकंस्ट्रक्टिव यूरोलॉजी पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘पेन रिकॉन 2022’ में उन्हें सम्मानित किया गया। इस सम्मेलन में देश-विदेश के 500 से अधिक डॉक्टरों ने हिस्सा लिया था। इसमें बिहार के करीब 20 डॉक्टरों ने हिस्सा लिया था। यह सम्मान उन्हें डॉ. संजय कुलकर्णी के विख्यात ‘सिंगल स्टेज ओएमजी यूरेथ्रोप्लास्टी फॉर पैन एन्टेरयिर यूरेथ्रल स्ट्रिक्चर’ में बदलाव के लिए मिला है।
डॉ. नवीन ने बताया कि पेशाब के रास्ते में परेशानी होने पर यह सर्जरी की जाती है। जब पेशाब का रास्ता अंदर कहीं सिकुड़ जाता है तब उसे चौड़ा करना पड़ता है। यह दूरबीन और चीरा दोनों विधियों से होता है। इसके लिए मुंह के अंदर की खाल को वहां चिपकाकर पेशाब के रास्ते को चौड़ा किया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया को यूरेथ्रोप्लास्टी कहा जाता है। इसी प्रक्रिया के लिए एक विधि है कुलकर्णी यूरेथ्रोप्लास्टी।
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डॉ. नवीन ने इस विधि में थोड़ा बदलाव करके अपने तरीके से एक मरीज का इलाज किया। इससे मरीज को काफी फायदा हुआ। इस बदलाव की विधि को डॉ. नवीन ने अहमदाबाद के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत किया। जहां उन्हें काफी सराहना मिली।
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डॉ. नवीन कुमार यूरोलॉजी से जुड़े इलाज में दस साल का अनुभव रखते हैं। फिलहाल पटना जयप्रभा मेदांता अस्पताल में अपनी सेवा दे रहे हैं। इससे पहले वह नारायण मेडिकल कॉलेज, सासाराम में यूरोलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने 2020 में एसजीपीजीआई लखनऊ से एमसीएच किया, जहाँ उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधार्थी का सम्मान भी मिल चुका है। वह डीएनबी यूरोलॉजी भी कर चुके हैं।उन्होंने AFMC पुणे से एमबीबीएस किया है और कमांड अस्पताल कोलकाता से एमएस किया है।