बिहार के लोंगो के लिये चेन्नई में हर समय तैयार रहते थे शोभाकान्त दास। पटना, संवाददाता। चेन्नई में बिहार के लोगों के लिये हर समय ततपर रहने बाले मधुबनी जिले के नवानी गांव निवासी शोभाकान्त दास का निधन आज चेन्नई में हो गया। वे पिछले चालीस-पचास सालों में चेन्नई में इलाज कराने के लिये जाने वाले मिथिलांचल ही नहीं, बिहार भर के लोगों के लिये इलाज, रहने व खाने की व्यवस्था करते रहे हैं। पिछले दिनों कोरोना से उनके पुत्र की मृत्यु हो गई थी।
उनके असामयिक निधन पर जदयू के प्रदेश सचिव मनोज लाल दास मनु ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि शोभा बाबू के निधन से कायस्थ समाज ही नहीं, बिहार के लोगों के लिये असहनीय है। सही अर्थों में शोभा बाबू ही कायस्थ समाज के असली पुरोधा थे। उन्होंने कायस्थ समाज ही नहीं बिहार के हर समाज के लोगों की भलाई के लिये हर समाज के लिये ततपरता से लगे रहते थे।
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मिशन टू करोड़ चित्रांश अंतरराष्ट्रीय के रास्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र कर्ण, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश कुमार कंठ, बिहार महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष स्वेता श्रीवास्तव, कर्ण कायस्थ कल्याण मंच के अध्यक्ष विनय कुमार कर्ण, महासचिव संजय कुमार, केबी लाल, विपिन कर्ण आदि ने भी शोभाकान्त दास के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि कायस्थ समाज को उठाने वाले शख्स को बिहार ने खो दिया।