डॉ जीएन कर्ण को श्रद्धांजलि। नई दिल्ली, संवाददाता। सडीआरएस नई दिल्ली की ओर से नीति आयोग में विकलांगता विशेष कार्य दल के चेयरमेन,NHRC में विकलांगता कोर ग्रुप के सदस्य व जेएनयू के विकलांगता अध्ययन विशेषज्ञ रहे डॉ गजेन्द्र नारायण कर्ण जी को उनके द्वितीय पुण्यतिथि पर वेबिनार के माध्यम से याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। स्व कर्ण बिहार के ही मधुबनी जिले के बाबू बरही प्रखंड के तेघड़ा गांव के निवासी थे। बचपन से ही उनके दोनों हाथ और पैर पोलियों से ग्रसित थे। आज भी स्व. डॉ कर्ण की लिखी कई पुस्तके देश के कई विश्वविद्यालों में पढ़ाई जाती है। डॉ कर्ण द्धारा लिखे जर्नल विश्व के कई देशों के प्रतिष्ठित लाइब्रेरी में है। डॉ कर्ण जीवनपर्यंत एसडीआरएस के माध्यम से पूरे देश में विकलांगों को उनके अधिकार दिलाने के लिये कार्यरत थे।
आज वेबिनार में देश के जाने माने प्राध्यापको, शिक्षाविदों, राजनीतिज्ञों व आम लोगों ने भाग लेकर उनके द्वारा किये गए कार्यों को याद किया। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ श्रीधरन, सहायक प्राध्यापक सीआरआरआईडी डॉ विकास कुमार, डॉ राहुल रंजन, उप मुख्य विकलांगता आयुक्त डॉ एसके प्रसाद, दिल्ली कैंट छाबनी बोर्ड के वाईस प्रेसिडेंट मनीष सिंह, बीआर अम्वेदकर कॉलेज, दिल्ली के प्राचार्य डॉ जीके अरोरा, प्रिंसिपल एआरएसडी, दिल्ली डॉ ज्ञानतोष झा, सिटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल वेस्ट बंगाल के सीओओ डॉ. पीएच मिश्रा, जेएनयू के प्राध्यापक प्रो. देव शंकर नवीन, निदेशक, कर्णावती विश्वविद्यालय गुजरात के डॉ किशोर भानुशाली,जदयू के प्रदेश सचिव मनोज लाल दास मनु ने डॉ कर्ण को याद करते हुए उन्हें विकलांगता के खिलाफ सरकार और आम जनता को जागरूक करने वाला सेनानी बताया। SDRS नई दिल्ली के निदेशक अजय कुमार कर्ण ने कहा कि विकलांगता की आवाज उठाने के लिये डॉ कर्ण ने जो एसडीआरएस का ईजाद किया था उनकी लौ को किसी भी कीमत में बुझने नहीं दिया जायगा। उनके अधूरे कार्यों और उनकी सोच को हर हालत में समाज के साथ-साथ सरकार के बीच ले जाया जायगा।
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सीआरआरआईडी के सहायक प्राध्यापक विकास कुमर ने संचालन और डॉ कर्ण की पत्नी व एस डीआरएस नई दिल्ली की प्रेसिडेंट डॉ. संध्या कुमारी ने वेबिनार में उपस्थित लोगो के प्रति आभार व्यक्त की।
डॉ जीएन कर्ण को वेविनार के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित करने वालो में JNU के प्रो सत्य नारायण प्रसाद व डॉ. रूबी सिंह, तारानंद मल्लिक(नेपाल), डॉ. असीमा नेहरा (दिल्ली एम्स),डॉ. अनिल कुमार व डॉ. (प्रो.) एसडी कुलकर्णी (भोपाल), सीए आशीष नीरज (दिल्ली), डॉ. (प्रो) गौतम गवली (मुम्बई),आदि प्रमुख थे।