बच्चियों का पहला पीरियड : जानें क्या हो सकती हैं समस्याएं। किशोरावस्था जीवन का एक महत्वपूर्ण परिवर्तणशील फेज होता है। किशोर लडके-लड़कियों...
इंटरव्यू

पहला पीरियड देर से या बहुत ही जल्दी आ जाना गंभीर बीमारी का कारण हो सकता है

बच्चियों का पहला पीरियड : जानें क्या हो सकती हैं समस्याएं। किशोरावस्था जीवन का एक महत्वपूर्ण परिवर्तणशील फेज होता है। किशोर लडके-लड़कियों दोनों के लिए यह समय कौतुहल भरा होता है। इस समय तन-मन दोनों ही परिपक्वता की ओर बढता है। अचानक शरीर में कई परिवर्तण शुरु हो जाते हैं। कई किशोरों को कभी कभी यह परिवर्तण समझ में नहीं आ पाता है, जिसके कारण उन्हें समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। किशोर लड़कियों की ऐसी ही समस्याओं पर xposenow.com के लिए मुकेश महान ने पटना के फोर्ड अस्पताल की गाइकोनोलॉजिस्ट डा. तन्वी राज से लंबी बातचीत की। यहां प्रस्तुत है उस बातचीत के प्रमुख अंश-

Dr. Tanavi Raj
डा. साहेब पहले तो ये बताइए कि लड़कियों के लिए किशोरावस्था क्यों इतना महत्वपूर्ण है ?
-जी, किशोरावस्था लड़के और लड़कियों दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन अभी हम बात करेंगे सिर्फ किशोर लड़कियों को लेकर। किशोरावस्था लड़कियों के लिए महत्वपूर्ण इसलिए होता है कि इस समय लड़कियों कई तरह के फिजीकल चेंजेज होते हैं। मन में भी भावनाएं विकसित होने लगती हैं। फिलिंग्स भी डेवलप होने लगते हैं। इसलिए यह फेज काफी महत्वपूर्ण होते हैं।
किस-किस तरह के परिवर्तऩ होते हैं या हो सकते हैं ?
-कई तरह के परिवर्तण होते हैं मसलन शरीर में बाल आने शुरु हो जाते हैं। ब्रेस्ट डेवलप होने लगते हैं। …और सबसे प्रमुख चेंजेज तो ये है कि पहला पीरियड भी इसी समय आता है।
पहला पीरियड आने की सही उम्र क्या होती है ?
-भारतीय खान-पान और रहन-सहन के अनुसार तो पहला पीरियड का सही समय 12-13वें वर्ष माना जाता है। कभी-कभी और किसी-किसी लड़कियों में पहला पीरियड 14-15वें वर्ष के बीच भी आता है। पीरियड के लिए यह भी नॉर्मल उम्र ही माना जाता है।
-फिर समस्या कब और कैसे होती है ?
-हां, समस्या तब होती है जब पीरियड पहले या बाद में आता हो।
-मतलब ?
-मतलब ये कि जब पहला पीरियड समय से पहले आ जाता है। कभी-कभी या किसी-किसी बच्ची को तो महज 8 साल की उम्र में या इससे भी पहले ही पहला पीरियड आ जाता है। इस स्थिति को प्रिकॉसियस पियुवर्टी कहा जाता है।


-क्या-क्या परेशानी हो सकती है इस प्रिकॉसियस पियुवर्टी में ?
-बहुत परेशानी हो सकती है। और खास बात ये है कि वो परेशानी वो गंभीर भी हो सकती है। मसलन ऐसी बच्चियों को दिमागी परेशानी हो सकती है। क्योंकि उनका दिमाग और शरीर इसके लिए तैयार नहीं होता। उन्हें इसबारे में कोई जानकारी नहीं होती उस बच्ची की मदर भी इसके लिए तैयार नहीं होती कि उसे कुछ बता सकें, समझा सकें या संभाल सकें। ऐसे केसेज में बच्ची का ग्रोथ रुक सकता है। उसके हाइट का बढ़ना रुक सकता है। सबसे दुखद ये है कि ऐसी बच्चियों में ब्रेस्ट ट्यूमर की आशंका बढ़ जाती है।


-ऐसी स्थिति में पीड़ित बच्चियां या उसके परिवार वालों को क्या करना चाहिए ?
-ऐसे बच्चियों के परिवारवालों को सोचने समझने में वक्त जाया नहीं करना चाहिए। तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। लज्जा,शर्म या संकोच को छोड़ कर चिकित्सक से सभी बातें बतानी चाहिए। कोई भी परेशानी छुपानी नहीं चाहिए। ताकि सही समय पर इलाज शुरु हो सके।
-…और डा. पहला पीरियड देर से आने पर क्या हो सकता है ?
-हां, देर से पीरियड आना भी समस्या ही है । यह भी गंभीर समस्या है। इसको लेकर भी कई समस्याएं आ सकती हैं। इसलिए इसे भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। अगर किसी बच्ची को 15वें वर्ष तक पहला पीरियड नहीं आता है तो जरूर किसी योग्य या विशेषज्ञ डाक्टर से मिलना चाहिए और पूरी जांच करानी चाहिए।
-ऐसे मामले में क्या समस्याएं आ सकती है ? -अगर 15 साल तक किसी बच्ची को पीरियड नहीं आ पाता है तो निश्चित रूप से परेशानी की बात है। दरअसल ये प्राइमरी इमोनेरिया का मामला होता है। ये एक गंभीर मसला है। इसके कई वजह हो सकते हैं। जैसे क्रोमोजोनल की समस्या हो सकती है, जिसके कारण कई तरह की शारीरिक परेशानी हो सकती है। दूसरे वजहों में ओवरी का ठीक से डेवलप नहीं हो पाना, बच्चेदानी, अंडेदानी या नली का ठीक से विकसित नहीं हो पाना या या ठीक से नहीं बन पाना भी हो सकता है। या फिर ये भी हो सकता है कि शरीर में हार्मोन सही तरीके से नहीं बन पाता है। चूकि पीरियड का आना हार्मोन से जुड़ा होता है, इसलिए हार्मोन का न बनना भी इसका महत्वपूर्ण कारण हो सकता है। ऐसे में आगे चल कर उस बच्ची के लिए मां बनना भी मुश्किल हो सकता है।

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-अगर पीरियड नॉर्मल हो, समय से हो तब तो चिंता की कोई बात नहीं है ?
-हां, सब कुछ नॉर्मल हो तो चिंता की बात नहीं है। लेकिन यह देखना भी जरूरी है कि पीरियड के दौरान दर्द ज्यादा न हो। अंदर में किसी तरह का सिस्ट न बन रहा हो। पीरियड साइकिल नॉर्मल हो। हां, सफेद पानी का आना कोई समस्या नहीं है, लेकिन खुजली हो या किसी तरह की बदबू आए तो चिंता की बात हो सकती है। ऐसी स्थिति में भी चिकित्सक से संपर्क करना जरूरी हो जाता है।

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.