भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और बिहार के पूर्व मंत्री जनक राम ने कहा कि बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार आई है तब से सोची समझी र...
राजनीति

महागठबंधन की सरकार में अनुसूचित जाति जनजाति पर अत्याचार बढ़ा: जनक राम

• अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के प्रबुद्ध लोग मरने को विवश हैं, अपराधी खुले घूम रहे: जनक राम ।•राज्य में चुन चुन कर दलितों की हत्या हो रही है, मुख्यमंत्री मुक दर्शक बने हैं : लखींद्र पासवान

पटना, संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और बिहार के पूर्व मंत्री जनक राम ने कहा कि बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार आई है तब से सोची समझी रणनीति के तहत अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के प्रबुद्ध लोगों की हत्याएं की जा रही है। उन्होंने वैशाली के अनगढ़ में राकेश पासवान की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के निर्देश के बाद भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल उस गांव का दौरा कर पूरी स्थिति की जानकारी प्राप्त की है। प्रतिनिधिमंडल में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जनक राम, पूर्व मंत्री रामप्रीत पासवान, विधायक लखीन्द्र पासवान, वैशाली जिला के प्रभारी सुबोध पासवान आदि थे।

 पटना प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जनक राम ने कहा कि राकेश पासवान सामाजिक कार्यकर्ता तो थे ही, भीम सेना के भी ये अधिकारी थे। संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के विचारों को लोगों तक पहुंचाने का काम करने वाले राकेश की 13 अप्रैल को उनके घर के सामने ही अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

 दूसरी ओर घटना की सूचना मिलने के बाद आक्रोशित लोगों द्वारा क्षेत्र में हल्का तोड़फोड़ करने वालों में से 14 लोगों को त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया और अन्य लोगों को परेशान किया जा रहा है। जबकि किसी लोगों ने इसके लिए कोई मामला दर्ज नहीं कराया है। आज इस इलाके में डर का माहौल कायम है।

   उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि आज अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के प्रबुद्ध लोग मरने के लिए विवश हैं, लेकिन इसके विरोध में आवाज नहीं उठा सकते। उन्होंने कहा कि राकेश के बडे भाई ने जिला प्रशासन को 2016 में हथियार का लाइसेंस देने के लिए आवेदन दिया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

 उन्होंने कहा कि उस परिवार की मांग अपराधियों की जल्द गिरफ्तार करने की है। उन्होंने कहा कि यह घटना साफ बताता है कि अपराधियों को खुल्लमखुला छूट दे दिया गया है।

भाजपा की मांग है कि राकेश के परिवारों को सुरक्षा दी जाए तथा परिजनों को कम से कम 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। राकेश की विधवा पत्नी को पीडीएस का दुकान दिया जाए, जिससे वह बच्चों का  भरण पोषण कर सके।

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 उन्होंने कहा कि इसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में भी दलित सेना से जुडे मुन्ना पासवान की भी 13 अप्रैल को ही हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि भाजपा का एक शिष्टमंडल जल्द ही नालंदा भी जाने वाला है।

   उन्होंने कहा कि राज्य में अनुसूचित जाति जनजाति पर अत्याचार बढ़ा है और मुख्यमंत्री उसे जनता की सरकार बता रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या अब अंबेडकर के विचारो की बात नहीं की जाए। अगर अंबेडकर की बात की जाएगी तो अपराधी हत्या कर देगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अनुसूचित जाति जनजाति पर अत्याचार बढा है और भाजपा इसका पुरजोर विरोध कर रहा है।

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 इस संवाददाता सम्मेलन में विधायक लखीन्द्र पासवान ने कहा कि राज्य में अनुसूचित जाति जनजाति लोगों की चुन-चुनकर हत्या हो रही है  और राज्य सरकार चुप बैठी हुई है। उन्होंने कहा कि राकेश पासवान की हत्या के बाद अब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होना बताता है कि बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति कैसी बिगड़ गई है।

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   विधायक ने नीतीश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जनता सबकुछ देख रही है और वही जवाब भी देगी। उन्होंने कहा कि अन्य जिलों की बात छोड़ दीजिए नालंदा में भी हत्याएं हो रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से अब बिहार नहीं संभल रहा है। इस प्रेस वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता निखिल आंनद, प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह, अशोक भट्ट  जिला प्रभारी सुबोध पासवान भी उपस्थित रहे।