CM मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा की
धान अधिप्राप्ति का कार्य ससमय शुरु होने से अधिक से अधिक धान की अधिप्राप्ति होगी और किसानों को इसका फायदा होगा।
इस बार जो लक्ष्य निर्धारित करें उसका जिलावार, क्षेत्र के अनुसार वास्तविक आकलन करा लें क्योंकि हर क्षेत्र की अलग-अलग उत्पादन क्षमता है।
धान अधिप्राप्ति की शुरुआत अलग-अलग जिलों में चरणबद्ध ढंग से शुरु करें। जिन जिलों में धान की कटनी पहले हो जाती है वहां धान अधिप्राप्ति पहले शुरु करें।
बिहार में उसना चावल की ज्यादा मांग है। उसना चावल मिलों की संख्या बढ़ाने को लेकर काम करें।
CM नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति हेतु की जा रही तैयारियों को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य, अधिप्राप्ति के लक्ष्य, अवधि के साथ-साथ इससे संबंधित अन्य बिंदुओं की जानकारी दी।
सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने भी धान अधिप्राप्ति को लेकर अपने विभाग से संबंधित तैयारियों, पैक्सों की क्रियाषीलता, भंडारण क्षमता, षिकायतों के त्वरित निपटारे एवं अन्य बिन्दुओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
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समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि धान अधिप्राप्ति का कार्य ससमय शुरु होने से अधिक से अधिक धान की अधिप्राप्ति होगी और किसानों को इसका फायदा होगा। इस बार जो लक्ष्य निर्धारित करें उसका जिलावार, क्षेत्र के अनुसार वास्तविक आकलन करा लें, क्योंकि हर क्षेत्र की अलग-अलग उत्पादन क्षमता है। बाढ़ को देखते हुए जिलावार धान की खेती का सही आंकलन कर लें। बिहार में ज्यादातर लोग उसना चावल की मांग करते हैं, उसना चावल मिलों की संख्या बढ़ाने को लेकर काम करें। उसना चावल के साथ-साथ अरवा चावल की भी तैयारी रखें। उन्होंने कहा कि धान अधिप्राप्ति को लेकर सहकारिता विभाग, कृषि विभाग एवं खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण तीनों एक साथ सर्वेक्षण कराकर सभी चीजों के वास्तविक आकलन कर काम करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धान अधिप्राप्ति की शुरुआत अलग-अलग जिलों में चरणबद्ध ढंग से शुरु करें। जिन जिलों में धान की कटनी पहले हो जाती है वहां धान अधिप्राप्ति पहले शुरु करें। अनुमानित उपज के आधार पर धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य जिलावार निर्धारित करें।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, कृषि विभाग के सचिव एन0 सरवन कुमार, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार एवं सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी जुड़ी हुई थी।