Pappu Yadav
राजनीति

Pappu Yadav पर शिकंजा कसकर कहीं फंस तो नहीं गयी नीतीश सरकार !

बिहार की राजनीति में अपनी सेवा और समर्पण बल से उथल-पुथल मचाने वाले नेता अपनी गिरफ़्तारी के बाद आजकल दरभंगा के डीएमसीएच (DMCH) में अपना इलाज करवा रहे हैं। दूसरी ओर उनकी रिहाई की मांग को लेकर कई जगहों पर उनके समर्थकों द्वारा धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं।जी हां, हम बात कर रहे हैं पिछले कुछ सालों में गरीबों के मसीहा के रूप में उभरे नेता Pappu Yadav की। गौरतलब है कि Pappu Yadav को 32 साल पुराने एक अपहरण के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है।जिसको लेकर एक ओर मधेपुरा पुलिस पर सवाल उठ रहा है, वहीं इसकी आंच नीतीश की सुशासन सरकार तक भी पहुँचने लगी है। भाजपा तो सीधे सीधे इस आँच में झुलस भी रही है।तभी तो भाजपा नेता और सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी को प्रेस कान्फ्रेंस कर इस आँच को कम करने का प्रयास करना पड़ा। दूसरी तरफ़ कुछ अन्य पार्टी के नेता और समाज सेवी भी Pappu Yadav के पक्ष में खड़े हो गए हैं। कुछ ने प्रेस काँफ़्रेंस किया तो कुछ ने अपना वीडियो जारी कर पप्पू यादव की रिहाई की मांग की। Pappu Yadav की पत्नी रंजीत रंजन ने तो अपने प्रेस सम्मेलन में पप्पू यादव की रिहाई न होने पर राज्य सरकार को नतीजा भुगतने की धमकी तक दे डाली।

सवाल बहुतेरे हैं।कहीं ऐसा तो नहीं कोरोना काल में जनसरोकार और लोगों की हर तरह से सहायता करने के काम से नीतीश सरकार घबरा गई थी? Pappu Yadav की बढ़ती लोकप्रियता और स्वास्थ्य विभाग की कमियों के चलते हो रही मौत पर हमलावर रहने के कारण उनसे कुछ समय के लिए छूटकारा पाना चाहती थी।कहीं ऐसा तो नहीं कि नीतीश सरकार राजीव प्रताप रूडी और जाप सुप्रीमों पप्पू यादव के बीच ऐंबूलेंस मामले में बढ़ रही तल्खियों से परेशान तो नहीं हो गई थी? सवाल तो लाजमी हैं….जनसेवा के कारण कहीं Pappu Yadav की वजह से केंद्र और बिहार सरकार की छवि धूमिल तो नहीं हो रही थी या उनके सवालों का जवाब नीतीश, रूडी के साथ केंद्र सरकार को नहीं मिल रहा था। इसके साथ ही एंबूलेंस प्रकरण में अपने ही बयानों से खुद की छवि के साथ पार्टी की साख को भी दांव पर तो नहीं लगा रहे थे रूढ़ी, जिससे निपटने और डैमेज कंट्रोल के लिए आनन फानन में Pappu Yadav की गिरफ्तारी की गई। अगर ऐसा है तो इससे सुशासन बाबू की नेकनियती पर ही सवाल खड़े सकते हैं।

कैसा रहा पप्पू यादव का समाज सेवा तक का सफर

बाहुबली Pappu Yadav का एक लंबा अरसा जेल में ही बिता। जेल में होते हुए भी उन्होंने अपनी छवि को सुधारने की काफी कोशिश की और काफी हद तक उसमें सफल भी रहे।जेल से निकलने के बाद से ही Pappu Yadav अपने मददगार व्यवहार से सुर्खियों में भी बने रहे। कोरोना महामारी के दौरान वो अस्पतालों में पीड़ित परिजनों के साथ कभी दवा तो कभी ऑक्सीजन के लिए जद्दोजहद करते दिखे। ऐसा नहीं है कि उन्होंने केवल पटना को ही ध्यान में रखा।उनके पास बिहार में कहीं से मदद की गुहार पहुंची वो चल पड़े, बिना किसी डर के और लोगों की हर संभव मदद भी की। जब कोरोना महामारी में तमाम पक्ष-विपक्ष के नेता-मंत्री अपने-अपने घरों में ही रहे तब किसी को भी जनता की सुध लेने की होश न थी, कोरोना के नाम से जब दहशत थी, तब कोरोना वार्ड में जाना , मरीज़ों और परिजनों , डाक्टरों से मिल कर इस दहशत को ख़त्म करने या कम करने का काम अकेले पप्पू यादव ने ही किया था। इसके साथ ही आश्चर्य की बात ये भी रही कि इनमें से कई नेताओं ने जरूरत पड़ने पर Pappu Yadav की मदद भी ली,जिनके पास सरकारी संसाधन और अमला पहले से मौजूज था।

Get latest updates on Corona

पप्पू यादव के मामले में सांप-छुछुंदर की स्थिति में राजद

Pappu Yadav की गिरफ्तारी पर अब तक राजद सहित लालू परिवार में से किसी ने मुंह नहीं खोला है। राजद नेताओँ के साथ आलाकमान की सकते में हैं कि अगर पप्पू यादव की गुहार पर वो कुछ भी करते हैं तो उनके काम का सारा श्रेय पप्पू यादव को न मिल जाए। प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद इसलिए भी इस आग में हाथ डालने सा बच रही है कि अगर वो इस मामले को बड़ा करती है तो इस मामले में पप्पू हीरो बन सकते हैं। ऐसे में डर ये भी है कि राजद का मुख्य जनाधार यादव वोटर्स कहीं राजद से पप्पू के पाले में शिफ़्ट न कर जाएं।हालांकि इस मामले में उन्होंने राजद को भी लपेटे में ले लिया है।पत्रकारों के सवाल पर जाप सुप्रीमो ने तेजस्वी को एक सलाह दी और कहा कोरोना काल में वो जनता की मदद के लिए बाहर निकलें, उन्हें ऑक्सीजन के साथ किसी भी चीज की जरूरत होगी, उसे जाप कार्यकर्ता मुहैया करवाएंगे

जिसके लिए पप्पू दे रहे हैं जान, उसी जनता ने चुनाव में दिखाया ठेंगा

हाल के वर्षों में बिहार में बाढ़ हो या सूखाड़ या फिर कोरोना जैसी कोई आपदा। पप्पू यादव हमेशा जनता की मदद के लिए एक नेता की तरह नहीं बेटा की तरह खड़े रहे हैं। लेकिन लोगों की एक गुहार पर खड़े रहने वाले पप्पू यादव के साथ जनता चुनाव में खड़ी न रही। सांसद रहने के दौरान दिल्ली में गरीबों के इलाज के साथ रहने खाने का इंतजाम करने वालों में सबसे आगे रहने वाले Pappu Yadav को चुनाव में जनता ने ही ठेंगा दिखा दिया। इसके बावजूद उनमे किसी बात का मलाल नहीं दिखा है और वो लगातार सेवा कर रहे हैं।

Pappu Yadav की नेकदिली पिछले कुछ सालों लोगों को दिख रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण काल में उनकी गिरफ़्तारी पर सवाल तो उठेंगे ही। आम और गरीब जनता को अपना एक सहारा जो छिनता हुआ महसूस हो रहा है।सरकार और प्रशासन इस गिरफ़्तारी के पक्ष में भले ही क़ानून और मुक़दमे का हवाला दे रहे हों लेकिन जनता अपने हित में इसे स्वीकार नहीं करना चाहती है ऐसे में कभी कभी लगता है कि वास्तव में इस गिरफ़्तारी को लेकर सरकार कहीं उलझ तो नहीं रही है !

Amar अमर चंद्र सोनू

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.