AITUC महिला पहलवानों और उन सभी पर हुए अत्याचार की निंदा करती है जो विरोध स्थल, जंतर-मंतर पर थे या उस महिला पंचायत में शामिल होने के लिए प्...
राजनीति

बृज भूषण के बजाय, महिला पहलवानों की गिरफ्तारी घोर निंदनीय हैः ग़ज़नफ़र नवाब

बोले एटक बिहार के महासचिव- दिल्ली पुलिस के इतिहास में आरोपी के बजाय शिकायतक र्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए जाना जाएगा

पटना, संवाददाता। AITUC महिला पहलवानों और उन सभी पर हुए अत्याचार की निंदा करती है जो विरोध स्थल, जंतर-मंतर पर थे या उस महिला पंचायत में शामिल होने के लिए प्रदर्शन स्थल की ओर बढ़ रहे थे, जिसे आज न्याय मांगने तथा बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग के लिए दबाव बनाने के लिए बुलाया गया था। बृज भूषण शरण सिंह पर सभी प्राथमिकियों में POCSO अधिनियम सहित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। ये बातें आज एटक बिहार के महासचिव ग़ज़नफ़र नवाब ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से कही।

जारी विज्ञप्ति में कहा गया नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली आरएसएस-भाजपा सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ नारे के अपने मुखौटे के साथ-साथ किसी भी आलोचना, विरोध या यहां तक कि कानून के शासन के तहत न्याय मांगने और संवैधानिक अधिकार के लिए आवाज उठाने के प्रति असहिष्णुता की नग्न अभिव्यक्ति के रूप में सामने आई है। ऐसा व्यक्ति लोकतंत्र के मंदिर के उद्घाटन का स्वांग रचता है और उसमें बलात्कार के आरोपी मंत्री को भी बुलाता है यह बात न केबल घोर निंदनीय है बल्कि लोकतंत्र का उपहास भी है।
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विज्ञप्ति में कहा गया है कि हम मांग करते हैं कि बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, गिरफ्तार किए गए सभी आंदोलनकारियों को रिहा किया जाए। यह भी मांग की गई है कि उन महिला पहलवानों को न्याय मिले, जिन्होंने अपनी आवाज से उन महिलाओं की आवाज उठाई है, जो विभिन्न स्तरों पर उत्पीड़न का सामना करती हैं, लेकिन न्याय मांगने के लिए विवश हैं।

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विज्ञप्ति में ग़ज़नफ़र नवाब ने कहा है कि एटक बिहार अपनी इकाइयों से सत्तारूढ़ शासन के आदेश पर दिल्ली पुलिस की ओर से इस दमनकारी, अलोकतांत्रिक कृत्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का आह्वान करती है। साथ ही साथ सरकार को भी चेतावनी देती है कि अगर महिला पहलवानों के साथ उचित न्याय संगत व्यवहार नहीं किया गया और उनकी मांगों को नहीं सुनी गई तो उन पहलवानों के साथ एटक, बिहार भी आंदोलन करेगा।