जीकेसाी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद बोले अब सत्ता में अपनी भागीदरी के लिए लड़ाई लड़ेंगे कायस्थ । कायस्थों को अपनी मनोवृति बदलने की...
राजनीति

सत्ता में अपनी भागीदारी के लिए अब लड़ाई लड़ेंगे कायस्थः राजीव रंजन प्रसाद

ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि सत्ता में कायस्थों की भागीदारी के लिए अब आर-पार की लड़ाई होगी। इस आर-पार की लड़ाई के लिए ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस की पहल पर दिल्ली में 4 फरवरी 2024 को कायस्थों का महाजुटान होगा। उन्होंने सभी कायस्थ बंधुओं से इस महाजुटान में शामिल होने की अपील की और कहा कि आप आइए और अपनी राजनितिक भागीदारी के लिए लड़ाई की शुरुआत कीजिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में महाजुटान के पहले 24 सितंबर 2023 को पटना बिहार के कायस्थ जुटेंगे।

ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस ( जीकेसी ) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद बोले -अब सत्ता में अपनी भागीदरी के लिए लड़ाई लड़ेंगे कायस्थ । पटना,मुकेश महान। कायस्थों को अपनी मनोवृति बदलने की जरूरत है। किसी एक पार्टी को वोट देने की गुलाम मानसिकता से बाहर निकल कर अपने हित में सोचने की जरूरत है। अन्य़था राजनीतिक हिस्सेदारी के मद्देनजर वो हमेशा के लिए हाशिए पर ढ़केल दिये जाएंगे। मैं किसी भी कायस्थ से पार्टी बदलने की बात नहीं करता हूं। आप अपनी पार्टी को ही वोट दें, लेकिन यह जरूर देखें कि वह पार्टी आपको या चित्रांशों को उसका हक दे रही है या नहीं। ये बातें कायस्थों के विश्वस्तरीय संगठन ग्लोबल कायस्थ संगठन (जीकेसी) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने xposenow.com से विशेष बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि जिस पार्टी को भी यह एहसास हो जाएगा कि कायस्थों के पास वोट देने के लिए कोई और पार्टी का विकल्प नहीं है, वह पार्टी आपकी मजबूरी का फाएदा उठाएगी ही। इसका सीधा नुकसान आपकी राजनीतिक हिस्सेदारी को हो रहा है। उन्होंने कहा कि यही समय है कि आप सही निर्णय ले सकते हैं। अब कायस्थों के लिए अभी नहीं ,तो कभी नहीं वाली स्थिति बन गई है। इसलिए सोचो और निर्णायक की भूमिका में आओ।

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राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि कायस्थों में से एक हजार नेता बनाने के अभियान में जीकेसी अब भी जुटा है। जब एक हजार नेता आपके बन जाएंगे तो राजनीति में आपकी स्थिति स्वतः ही मजबूत हो जाएगी। इसलिए कायस्थों को राजनीति में आने से संकोच नहीं करनी चाहिए। राजीव रंजन ने कहा कि आजादी के बाद से सत्ता में कायस्थों की भागीदारी लगातार कम होती गई। और ऐसा इसलिए भी हुआ कि हम सचेत और सतर्क नहीं रहे। हम राजनीतिक पार्टियों की साजिशों को समझ नहीं पाए। समय पर उनका जवाब नहीं दे पाए। लेकिन अब समय आ गाया है कि सत्ता में भागीदारी के लिए हम आर-पार की लड़ाई लड़ें।

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राजीव रंजन ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव का परिणाम कायस्थ मतदाता प्रभावित करेंगे। उन्होंने कहा कि जहां हम जीताने की स्थिति में हैं, वहां हम कायस्थ उम्मीदवारों को ही जीताएंगे,जहां हम हराने की स्थिति में हैं वहां हम कायस्थों की उपेक्षा करने वाली बड़ी राजनीतिक पार्टियों को हरा कर सबक सिखाएंगे। और जहां हम न हराने की स्थिति में हैं और न ही जीताने की स्थिति में वहां हम सिर्फ कायस्थ उम्मीदवारों के वोटों की संख्या ही बढ़ाएंगे, चाहे वह किसी भी पार्टी का क्यों न हों। उन्होंने कहा कि जीकेसी लगातार कायस्थ हित में सक्रिय है। कायस्थों के सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक उत्थान और सशक्तीकरण के लिए जीकेसी कृत संकल्पित है।और वह इसे हर हाल में पूरा करेगी।