विधान परिषद चुनाव : पटना, संवाददाता। बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शनिवार को शिक्षकों और ग्रेजुएट से विधान परिषद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि महागठबंधन के वादाखिलाफी के लिए यह बदला लेने का समय है।
उन्होंने रमजान के महीने में मुस्लिम कर्मचारियों के कार्यालय आने और जाने में राहत देने के सरकार के आदेश को निंदनीय बताते हुए कहा कि महागठबंधन सरकार के ऐसे आदेश पीएफआई के लिए ईंधन देने का काम कर रहे हैं। पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि भाजपा विधान परिषद की पांच सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में महागठबंधन ने संविदा आधारित नियुक्ति रद्द कर नियमित करने, समान कार्य के बदले समान वेतन देने, शिक्षकों, लाइब्रेरियन की बहाली जैसे कई वादे किए थे। उन्होंने कहा कि इस लुभावने वादे के कारण महागठबंधन के प्रत्याशी को वोट मिले थे, लेकिन आज तक एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि आज समय है कि महागठबंधन के प्रत्याशी से उन वादों के विषय में पूछा जाए और वादाखिलाफी को लेकर भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया जाए।
भाजपा नेता ने रमजान के महीने में मुस्लिम कर्मचारियों के कार्यालय आने और जाने में राहत देने के सरकार के आदेश को निंदनीय बताते हुए कहा कि ऐसे आदेश बिहार में कभी जारी नहीं होते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि दरअसल यह सरकार पीएफआई के जदयू के सरकारी अधिकारी और राजद पीएफआई के कार्यकर्ता का गठजोड़ है। ऐसे आदेश पीएफआई के 2045 तक देश को इस्लामिक देश बनाने की योजना में मदद पहुंचाने का काम करता है, जो निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि रामनवमी भी आ रही है, इसके लिए भी पूजा करने के लिए हिंदुओं को कार्यालय आने जाने के लिए छुट्टी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारी और कर्मचारी, कर्मचारी होते हैं, इसे धार्मिक तौर से नहीं बांटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह नीतीश और तेजस्वी के चलाए जा रहे एजेंडे का अंग है।
बेतिया के सांसद डॉ जायसवाल ने बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यूपी में पुलिस – अपराधियों के बीच 3000 मुठभेड़ हो चुके हैं, लेकिन बिहार में अपराधियों की ही सरकार बन चुकी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह राज्य में अपहरण की घटनाएं हो रही हैं उससे साफ है कि बिहार 2005 के पहले वाले समय, जब अपहरण को उद्योग समझा जाता है उस दौर में जा रहा है।
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि आरएसएस भारतीयता को बढ़ावा देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय भी कह चुकी है कि हिंदुत्व जीवन शैली है, धर्म नहीं है। धर्म सनातन है।
जदयू द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नोबल पुरस्कार दिए जाने की मांग को लेकर पूछे गए एक सवाल पर बेतिया के सांसद ने तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह नीतीश कुमार के पलटी मारने का इतिहास है उसके लिए कोई भी पुरस्कार मिल सकता है।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रुंगटा, प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शंभू, प्रदेश मंत्री शीला प्रजापति, प्रदेश मंत्री धर्मशिला गुप्ता, प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट उपस्थित थेl