पटना, संवाददाता। कर्नाटक की तर्ज पर बिहार में जातीय जनगणना कराने के निर्णय लेने के लिये जदयू के प्रदेश सचिव मनोज लाल दास मनु ने कहा कि इसके लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह निर्णय जाति के नाम राजनीति करने वाले क्षत्रपों के लिये अब कष्टदायक होगा। जब हम राज्य के मंदिर, मस्जिद, चर्च, गाय –बैल, भैंस, और मकानों की जब हम गिनती कर सकते हैं। तब आदमी की गिनती कराने से कोई परेशानी नहीं होनी चाहिये।
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उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से वैसे राजनीतिक क्षत्रपों को परेशानी होगी जो जात की राजनीति करते हैं। उनकी राजनीतिक शक्ति कम हो जायेगी। आज कई जाति की संख्या कम रहने के बाबजूद अधिक राजनीतिक फायदा उठा रहे हैं, जो जातीय जनगणना के बाद बन्द हो जायेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की जनगणना से प्रदेश की राजनीति में सुधार की संभावना बनती है।
श्री मनु ने भाजपा नेतृत्व से भी आग्रह किया है कि कर्णाटक की तरह बिहार भी अपने खर्चे से जातीय जनगणना कराने वाले राज्य बन सके इसके लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्णय के साथ खड़े हों।