कर्नाटक विधानसभा चुनाव-2023, परिणाम पर प्रतिक्रिया देते हुए विकासशील स्वराज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रेम चौधरी ने कहा कि अति-पिछडों क ...
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अति- पिछड़ों की साझेदारी के बिना कोई भी सरकार संभव नहीं : प्रेम कुमार चौधरी

पटना,जितेन्द्र कुमार सिन्हा। विकासशील स्वराज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रेम कुमार चौधरी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव-2023 के परिणाम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अति- पिछड़ा की साझेदारी एवं सहयोग के बिना देश में कोई भी सरकार संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर अति पिछड़ा समुदाय (लिंगायत और वोकलिंगा) ने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में अहम भूमिका निभाई है, जिसका असर चुनाव परिणाम पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। राजनीतिक भागीदारी में अपने को हाशिए पर समझ रहे स्थानीय अति पिछड़ा समुदाय ने सत्तासीन राजनीतिक दल को हटाकर एक अच्छा संदेश देने का कार्य किया है।

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राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि आने वाले समय में अन्य राजनीतिक पार्टियां जो अति पिछड़ों को दरकिनार करेगी, वह सत्ता के शीर्ष तक नहीं पहुंचेगी। खासकर उन्होंने बिहार की राजनीति पर भी भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हमारी पार्टी में पहले भी यह संदेश दे रखा है कि निषाद राज के बगैर रामराज की परिकल्पना संभव नहीं है।

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प्रेम चौधरी ने कहा कि विकासशील स्वराज पार्टी जातीय जनगणना के मुद्दे पर सरकार से भिन्न है, उनका आरोप है कि उनके समुदाय (मल्लाह) को 15 भागों में खंडित कर गणना की जा रही है, जो सरकार का एक प्रायोजित कार्यक्रम हम है। सरकार की मंशा अति पिछड़ों को कमजोर करना है।