पटना, संवाददाता। बिहार नवनिर्माण के लिए समावेश 2022 कार्यक्रम का समता सदभाव दल ने किया आयोजन।इस कार्यक्रम में तय हुआ कि राज्य में एक करोड़ रोजगार के अवसर पैदा करने की पहल की जाएगी और भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ बड़े आंदोलन का आगाज किया जाएगा। बिहार नवनिर्माण समावेश 2022 कार्यक्रम का आयोजन समता सद्भाव दल ने आज पटना के आईएमए हॉल में किया था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समता सद्भाव दल के अध्यक्ष और जेपी आंदोलनकारी रहे पंकज ने कहा कि ने एक बड़े मकसद के लिए एक बड़ा आंदोलन किया था, सत्ता परिवर्तण उनका मकसद नहीं था वो व्यवस्था परिवर्तण के हिमायती थे, लेकिन दुर्भाग्य से उनका सपना अधूरा ही रह गया। आज भी जनता के सवाल और आमजन के काम सरकारों की प्राथमिकता में नहीं हैं। साथ ही जनता के वोट के अधिकारों भी हनन वर्षों से जारी है। उन्होंने कहा कि आज चुनाव में पैसे और मैनेजमेंट बल का उपयोग हो रहा है, जिसके कारण जनता अपने वोट के अधिकार से वंचित हैं और हाशिए पर हैं। ऐसे में जरूरी है कि देश में एक ऐसी राजनीतिक दल की स्थापना हो वह जो अभी जनता के सवालों के समाधान के लिए काम करें उनकी समस्याओं से लड़े राजनीति में धनबल बाहुबल और मैनेजमेंट का राज खत्म हो और सही मायनों में जनतंत्र कायम हो।
समता सदभाव दल के घोषणा पत्र जारी करते हुए पार्टी के महासचिव एवं जेपी आंदोलन के प्रमुख सेनानी चक्रवर्ती अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि मौजूदा आदमी की विपक्ष और आत्ममुग्ध सत्ताधारी दल से जनता की उम्मीदें खत्म हो चुकी है। बिहार में आज भी ईमानदार और सक्रिय राजनीतिक कार्यकर्ता हैं, जो एक नया विकल्प खड़ा कर सकते हैं महासचिव चक्रवर्ती अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि बिहार में नदियों मिट्टी और मानव संसाधनों में अपार शक्ति और संभावनाएं हैं। इसी शक्ति के आधार पर 4 साल के भीतर राज्य में एक करोड़ लोगों के लिए रोजगार के अवसर खड़े किये जा सकते हैं। समता सद्भाव दल इसी उद्देश्य और इसी लक्ष्य के साथ बिहार में काम करेगी।
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समता सद्भाव दल के बिहार नवनिर्माण समावेश में कोने-कोने से आए सैकड़ों बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों, इमानदार और कर्मठ कार्यकर्ताओं, महिलाओं और पत्रकारों ने पटना के आईएमए हॉल में संकल्प लिया कि बिहार में एक नया राजनीतिक विकल्प खड़ा कर व्यवस्था परिवर्तन के लिए विशाल जन आंदोलन करेंगे। समावेश की अध्यक्षता पंकज, किरण क्रांति और कैलाश भारती ने किया। बिहार नवनिर्माण समावेश 2002 में बिहार, उड़ीसा, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत सांस्कृतिक की क्रांति गीत से हुआ। सांस्कृतिक संस्था ने अपने गीतों से कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया। समता सद्भाव दल के प्रमुख नेताओं में भोजपुर आरा के अशोक जाधव, मधुबनी, बिहार के राजीव रंजन, सीतामढ़ी के जालंधर यदुवंशी, बांका से इतवारी, जमशेदपुर के मंथन, चितौड़गढ़ राजस्थान के प्रभात, बेतिया, बिहार के रामेश्वर प्रसाद, सासाराम के नरेंद्र राय, गया के रेहाना खातून, पटना के प्रोफेसर प्रकाश और आकाश कुमार, मुजफ्फरपुर के रमेश चंद्र, सुपौल से महेंद्र यादव, पटना के नंद किशोर सिंह, पूर्वी चंपारण के बासुदेव राम, भुवनेश्वर उड़ीसा से किशोर दास, आरा भोजपुर के अशोक मानव, पूर्णिया के संजय शिंदे,सहित सैंकड़ों लोगों मौजूद थे। समापन गीत हम होंगे कामयाब हम होंगे कामयाब एक दिन प्रस्तुति सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था द्वारा की गई। इसके साथ ही धन्यवाद ज्ञापन कला संस्कृति पुरुष विश्वमोहन चौधरी संत ने किया।