पटना, संवाददाता। नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav ने बिहार सरकार से माँग की है कि कोरोना महामारी के आलोक में पंचायत चुनाव स्थगित होने के कारण आगामी चुनाव होने तक त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का वैकल्पिक तौर पर कार्यकाल विस्तारित किया जाए। इससे पंचायत स्तर पर कोरोना प्रबंधन के साथ-साथ विकास कार्यों का बेहतर समन्वय के साथ क्रियान्वयन हो सकेगा।
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Tejashwi Yadav कहा कि पंचायत लोकतंत्र की बुनियादी इकाई है। अगर निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की जगह प्रशासनिक अधिकारी पंचायतों का जिम्मा सम्भालेंगे तो भ्रष्टाचार व तानाशाही बढ़ेगा। गांव स्तर पर भी सरकारी अफ़सर फाइल देखने लगेंगे तो गरीबों की सुनवाई नहीं होगी। लोकतंत्र के लिए चुने हुए लोग जरुरी हैं।
बिहार पहले से ही नीतीश सरकार की तानशाही और लोकतंत्र की हत्या से परेशान है। अब कम से कम पंचायत और वार्ड स्तर पर तो इस अलोकतांत्रिक रवैये, तानाशाही और संगठित भ्रष्टाचार को फैलाने से परहेज़ किजीए। इसलिए पंचायत चुनाव होने तक मुखिया/सरपंच इत्यादि के कार्यकाल को बढ़ा देना चाहिए।
जैसा कि सब जानते हैं बिहार में पंचायत चुनाव होने के आसार अब दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के लिए सुखद खबर सामने आ रही है।