World Elephant day 2021
राजनीति

World Elephant day : हाथी हमारी सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और राष्ट्रीय धरोहर है : अश्वनी चौबे

World Elephant day: हाथी संरक्षण व संवर्धन के लिए हमने ठोस काम धरातल पर किया है

केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे ने हाथी दिवस (World Elephant day) पर मंत्रालय द्वारा इंदिरा पर्यावरण भवन में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि हाथी हमारी सांस्कृतिक आध्यात्मिक और राष्ट्रीय धरोहर है जिसके संरक्षण और संवर्धन के लिए हमने धरातल पर ठोस काम किया है। उन्होंने कहा कि “विश्व हाथी दिवस के अवसर पर – हमारे पौराणिक ग्रंथों से लेकर आज तक, उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक में हाथी का महत्व जन जन तक समझा जाता रहा है।भारतीय संस्कृति की परम्परा में हाथी बहुत ही पूजनीय प्राणी है, पवित्र जीव है। हाथी का उपयोग हम विभिन्न शुभ अवसर पर करते हैं”।

हाथी का संरक्षण व संवर्धन

हाथी के संरक्षण व संवर्धन के संबंध में श्री चौबे ने कहा कि “1980 में हमारे देश में लगभग 15000 हाथी थे, परंतु चार दशक में हमारे प्रयास से इनकी संख्या बढ़कर 30,000 हो गयी है अर्थात 40 वर्षों में हमने हाथियों की संख्या दूनी कर दी है। यह हमारे हाथी संरक्षण के प्रयासों का परिणाम है। पिछले पाँच दशकों में हमारे देश में जनसंख्या में पर्याप्त बढ़ोत्तरी हुई है।

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हाथियों को विलुप्त होने से बचाने के उपाय

केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने बताया की हाथियों को विलुप्त होने से बचाने के लिए 1992 में हाथी प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। इसी कड़ी में हमने हाथियों के लिए संरक्षित क्षेत्र बनाए। आज हमारे पास 32 संरक्षित क्षेत्र हैं, जिनका कुल क्षेत्रफल लगभग सत्तर 70,000 स्क्वायर किलोमीटर है।

पहला संरक्षित क्षेत्र सिंहभूमि हमारे बिहार में था, आजकल झारखंड में है। हम प्रयास कर रहे हैं कि संरक्षित क्षेत्रों को हाथियों का इकोलॉजिकल निवास बनाया जाए, जिससे उस क्षेत्र में हाथियों का रहन-सहन उनके अनुकूल हो सके, हाथियों को भी वेटरनरी सुविधा उपलब्ध कराएं, जिससे हथियों की जन्म दर बढ़ाने एवं प्रजनन के लिए अनुकूल स्थिति पैदा की जा सके। वाइल्डलाइफ बोर्ड के सुझाव पर हमने हाथी को 2010 में राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया।

वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट के साथ मिलकर 2011 में “हाथी मेरे साथी” प्रोजेक्ट शुरू किया जिसका उद्देश्य लोगों में हथियों के प्रति जागरूकता पैदा करना तथा हाथियों के प्रति मित्रवत भाव तेज करना था। पूरे भूमंडल का इको सिस्टम अच्छी तरह से चलता रहे, इसके लिए हर प्रकार के जीवों का संतुलन सही अनुपात में होना जरूरी है, इसीलिए इस वर्ष हम जो हाथी दिवस मना रहे हैं उसकी थीम हैः- ईको सिस्टम बचाएं, हाथी बचाएं।

हाथियों से संबंधित जो भी प्रोजक्ट चल रहे हैं- चाहे वे उनके संरक्षण के प्रयास हों या मानव और हाथी के संघर्ष को रोकने का प्रयास हो, सब पर समान ध्यान रखा गया है। हमारे मंत्रालय का प्रयास है कि वह हाथी प्रोजेक्ट के नीति निर्माताओं, जंगल प्रबंधकों, जंगल की सीमा पर रहने वाले जनसमुदाय एवं हाथियों के सभी हितधारकों के मध्य सेतु का काम करें।

इसके लिए हमारा मंत्रालय बिल्कुल ही अभिनव एवं कम लागत से समस्या के निदान का प्रयास कर रहा है। इन प्रयासों में हाथियों के लिए पानी,उनका चारा एवं खाद्यान्न उपलब्ध कराना है।
राज्य सरकारों के वन विभाग को सहायता करना है। वैसे हमने चार दशक में हाथियों की संख्या दूनी कर दी है, किंतु हाथी संरक्षण में पिछले तीन वर्षों में जो कार्य किये गये हैं उन्हें बहुत ही सराहनीय कदम कहा जा सकता है।

इसके परिणाम आने वाले समय में हाथी संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगें। इसकी मुख्य बातों मेँ उन स्थानों की पहचान करना, उन्हें चिन्हित करना है, जहाँ हाथी और मनुष्य के हित टकराते हैं, वैज्ञानिक ढंग पर हाथियों की संख्या की गणना करनाहै। अभी तक हाथियों की सही संख्या की गिनती के लिए एक कोई वैज्ञानिक एवं एक जैसी व्यवस्था नहीं है।

विश्व हाथी दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, रामेश्वर प्रसाद गुप्ता, सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, सुभाष चंद्र जी, महानिदेशक वन एवं विशेष सचिव, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, सौमित्रदास गुप्ता, अपर महानिदेशक (वन्य जीव) वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय सहित मंत्रालय के अन्य पदाधिकारी एवम कर्मचारी उपस्थित थे।

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.