पटना, संवाददाता। बिहार स्कूल स्पोर्टस मीट तरंग 2022 का सिपारा संकुल स्तरीय प्रतियोगिता मेघा स्पोर्टस उत्सव 2022 संपन्न हो गई, जहां विद्यालय के बच्चों के बीच लांग जंप, हाई जंप और रेस समेत कई प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
खेलकूद प्रतियोगिता में स्कूली बच्चों के बीच उत्साह देखते ही बनता था। बच्चों ने इन प्रतियोगिताओं मे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। राजकीय-राष्टीय सम्मान से अंलकृत सिपारा मध्य विद्यालय की शिक्षिका डा. नम्रता आनंद की इस प्रतियगिता में महती भूमिका रही।
इसके अलावा स्पोर्टस टीचर राजेश रंजन, मनोज कुमार, शालिनी सिन्हा, अरूण कुमार, अर्चना कुमारी समेत अन्य शिक्षकों ने प्रतियोगिता आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। प्रतियोगिता में विजयी सभी छात्रों को दीदीजी फाउंडेशन के सौजन्य से मेडल देकर सम्मानित किया गया। सिपारा संकुल के विजयी बच्चे अब प्रखंड स्तर पर होने वाले तरंग कंपटीशन में भाग लेंगे।
अंडर 14 ब्वॉयज 100 मीटर रेस में अमन कुमार ने जीत हासिल की। अंडर 14 गर्ल्स 100 मीटर रेस में वर्षा कुमारी, अंडर 12 ब्वॉयज 300 मीटर रेस में समीर कुमार, अंडर 12 गर्ल्स 300 मीटर रेस में संध्या कुमारी, अंडर 12 ब्वॉयज 60 मीटर रेस में सत्यम कुमार, अंडर 12 गर्ल्स 60 मीटर रेस में रेशमी कुमारी, अंडर 14 ब्वॉयज 800 मीटर रेस में सूरज कुमार, अंडर 14 गर्ल्स 800 मीटर रेस में प्राची कुमारी ने जीत हासिल की। लांग जंप प्रतियोगिता में अंडर 12 ब्वॉयज में समीर कुमार, अंडर 12 गर्ल्स में प्रेरणा कुमारी, अंडर 14 ब्वॉयज में सचिन कुमार,अंडर 14 गर्ल्स में अनिता कुमारी ने जीत हासिल की।
इसी तरह हाइ जंप में अंडर 14 ब्वॉयज में आदित्य राज और 14 गर्ल्स में पायल कुमारी विजयी बनीं। लांग जंप अंडर 14 गर्ल्स में प्राची जबकि अंडर 14 थ्रो बॉल ब्वॉयज कनिष्ठ ने जीत हासिल की। मेघा स्पोर्टस उत्सव 2022 के अवसर पर दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका,डा. नम्रता आनंद ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी आवश्यक है। बच्चों के अंदर असीम प्रतिभाएं छिपी रहती हैं। शिक्षा के साथ ही खेल उतने ही आवश्यक है जितनी पढ़ाई।शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल अनिवार्य हैं।
सिपारा मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यपक कृष्ण नंदन प्रसाद ने कहा कि आज के परिवेश में शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद का बड़ा महत्त्व है। इससे बच्चों में शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास होता है। बच्चों के विचारों में निखार आता है। खेल को आज के बच्चे कैरियर के रूप में भी अपनाने लगे हैं।