मन्त्र महिमा : “मनने जायते इति मंत्रम”-मनन के द्वारा जो हमारी रक्षा करे वह मन्त्र है । स्वयं ही उच्चारित करना है और मनन करना है। तैत्तरीय उपनिषद के अनुसार मन्त्रों का उच्चारण शिक्षा के नियमानुसार होना चाहिए। स्वर वर्णों का स्पर्श उच्चारण और व्यंजन वर्णों का स्पष्ट उच्चारण करना चाहिए। किस वर्ण का उच्चारण […]