माना जाता है कि शिव उपासना से स्वतः भगवान ब्रह्मा एवं विष्णु की भी उपासना हो जाती है। मान्यता है कि त्रिदेवों में परस्पर कार्य भेद नहीं है। जो भेद दिखता है, वह केवल लीला मात्र है। शिवपुराण में भगवान शिव के परात्पर निर्गुण स्वरूप को ‘सदाशिव’, सगुण स्वरूप को ‘महेश्वर’, विश्व का सृजन करने […]