महादेवी की जयंती पर कवि सम्मेलन। पटना,संवाददाता। "मैं नीर भरी दुःख की बदली" की अमर कवयित्री और हिन्दी के छायावाद-काल की प्रमुख स्तम्भ मही...
बिहार

महादेवी की जयंती पर साहित्य सम्मेलन में कवि-सम्मेलन, दी गयी गीतांजलि !

काव्य की ‘नीर भरी दुःख की बदली’ नहीं, स्नेह की छाया थीं महादेवी। महादेवी की जयंती पर कवि सम्मेलन। पटना,संवाददाता। “मैं नीर भरी दुःख की बदली” की अमर कवयित्री और हिन्दी के छायावाद-काल की प्रमुख स्तम्भ महीयसी महादेवी वर्मा ने हिन्दी के विशाल काव्य-सागर में गीतों की अनेक निर्झरनियाँ गिराईं, जिनका उद्गम उनका करुणा से […]