खिलखिलाहट की काव्य संध्या । पिछले तीन वर्षों बिहार और गुजरात में सक्रिय सामाजिक संस्था खिलखिलाहट- मुस्कान की किरण ने अब साहित्य के क्षेत्र...
विमर्श

कविता और शायरी की रसधारा बहती रही खिलखिलाहट की काव्य संध्या में

भगवती प्रसाद द्विवेदी, शुभचन्द्र सिन्हा ,हरेंद्र सिन्हा,मधुरेश नारायण प्रदीप कुमार प्राश, कमल किशोर वर्मा “कमल”,नसीम अख्तर, मधुरेश नारायण और विधि सिन्हा ने किया अपनी रचनाओं का पाठ। पटना, मुकेश महान। खिलखिलाहट की काव्य संध्या । पिछले तीन वर्षों बिहार और गुजरात में सक्रिय सामाजिक संस्था खिलखिलाहट- मुस्कान की किरण ने अब साहित्य के क्षेत्र में […]

काव्य-सृजन के लिए आवश्यक भाव-संपदा से अत्यंत संपन्न और विदुषी कवयित्री हैं डौली बगड़िया 'अनिल'। इनकी रचनाओं में नारी-मन की सुमधुर और मनो...
बिहार

भाव संपदा से संपन्न विदुषी कवयित्री हैं डौली बगड़िया: डा. अनिल सुलभ

साहित्य सम्मेलन में काव्य–संग्रह ‘अंतर्द्वंद्व‘ का हुआ लोकार्पण, आयोजित हुई कवि–गोष्ठी । पटना,संवाददाता। काव्य–सृजन के लिए आवश्यक भाव–संपदा से अत्यंत संपन्न और विदुषी कवयित्री हैं डौली बगड़िया ‘अनिल‘। इनकी रचनाओं में नारी–मन की सुमधुर और मनोवैज्ञानिक अभिव्यक्ति मिलती है। इनके काव्य–क्षितिज पर केवल नारी–मन के कोमल चित्र ही नहीं, जीवन के विविध रंगों, उसके सुगंध […]