आज के बैकठपुर मंदिर में कभी भगवान राम भी अपने ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए आए थे।दंत कथाओं के अनुसार महाभारत काल के महाप्रतापी, महाबलशाली योद्धा जरासंध का जन्म भी इसी स्थान के प्रसाद के कारण हुआ था। बाद में वह रोज इस मंदिर में आकर बाबा भोलेनाथ को जल अर्पित करता […]