पटना में आयाम-साहित्य का स्त्री स्वर और 'नवगीतिका लोक रसधार ने सजाई महफिल और महफिल में मच पर बरसते रहे साहित्यिक रस।दर्शक और श्रोता होते र...
विमर्श

आयाम-साहित्य और ‘नवगीतिका ने सजाई महफिल,गीतों व गज़लों के रस सराबोर हुए श्रोता   

पटना, संवाददाता। पटना में आयाम-साहित्य का स्त्री स्वर और ‘नवगीतिका लोक रसधार ने सजाई महफिल और महफिल में मच पर बरसते रहे साहित्यिक रस।दर्शक और श्रोता होते रहे सराबोर। “शाख़ शजर की गुल भँवरे की जैसी तुझसे निस्बत है”। “ये सब तुझको मैं बतला दूँ ऐसा सोचा करती हूँ:”।।   गजल और शायरी का कुछ […]