काव्य-सृजन के लिए आवश्यक भाव-संपदा से अत्यंत संपन्न और विदुषी कवयित्री हैं डौली बगड़िया 'अनिल'। इनकी रचनाओं में नारी-मन की सुमधुर और मनो...
बिहार

भाव संपदा से संपन्न विदुषी कवयित्री हैं डौली बगड़िया: डा. अनिल सुलभ

साहित्य सम्मेलन में काव्य–संग्रह ‘अंतर्द्वंद्व‘ का हुआ लोकार्पण, आयोजित हुई कवि–गोष्ठी । पटना,संवाददाता। काव्य–सृजन के लिए आवश्यक भाव–संपदा से अत्यंत संपन्न और विदुषी कवयित्री हैं डौली बगड़िया ‘अनिल‘। इनकी रचनाओं में नारी–मन की सुमधुर और मनोवैज्ञानिक अभिव्यक्ति मिलती है। इनके काव्य–क्षितिज पर केवल नारी–मन के कोमल चित्र ही नहीं, जीवन के विविध रंगों, उसके सुगंध […]