हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महन्त श्री प्रेम दास के असत्य बयान पर महावीर मन्दिर (Mahaveer Mandir Patna), पटना की प्रतिक्रिया हनुमानगढ़ी के गद्दीनशील महन्त श्री प्रेम दास का बयान असत्य-सम्भाषण से परिपूर्ण है। गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस में लिखा है- “नहि असत्य सम पातक-पुंजा” गद्दीनशीन जी का पहला असत्य-सम्भाषण यह है कि महावीर मन्दिर की व्यवस्था […]