Pitru Paksha Special : सनातन संस्कृति में जीवन की गति व सद्गति को बड़े ही मनोयोग से बताया गया है. परंपरागत शैली में इस अध्याय को “कर्मकांड”से संबोधित किया जाता रहा है और जीवन के साथ ही नहीं, अपितु जीवन के बाद भी इस नश्वर शरीर का हमसे नाता जुडा हुआ माना गया है। तभी […]