पवन कुमार शास्त्री पहले पढ़ो फिर जानो इसका लाभसकल सुमंगल दायक रघुनायक गुन गान।सादर सुनहिं ते तरहिं भव सिंधु बिना जलजान॥भावार्थ:-श्री रघुनाथजी का गुणगान संपूर्ण सुंदर मंगलों का देने वाला है। जो इसे आदर सहित सुनेंगे, वे बिना किसी जहाज (अन्य साधन) के ही भवसागर को तर जाएँगे॥सुन्दरकाण्ड का पाठ हम सब अक्सर या जरूरत […]