31 जुलाई 1880 को बनारस के एक छोटे से गाँव मुंशी प्रेमचंद का जन्म लमही में एक कायस्थ परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम धनपत राय था। उनके प...
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हमारी विभूतियां : महान साहित्यकार के साथ समाज सुधारक भी थे मुंशी प्रेमचंद

हमारी विभूतियां : मुंशी प्रेमचंद। स्तंभ  हमारी विभूतियाँ  की आज की कड़ी समर्पित है हिन्दी साहित्य को समृद्ध करने वाले महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद को।  जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद अपनी कलम से आज मुंशी प्रेमचंद को याद कर रहे हैं। आइए हम भी आज विस्तार से जानते हैं साहित्यकार प्रेमचंद जी को। हमारी विभूतियां […]

साहित्यिक पत्रिका अनवरत का " शिवनारायण :: साठ पार " विशेषांक का लोकार्पण।" हिन्दी साहित्य के विशिष्ट कवि- ग़ज़लकार, कथाकार, पन्यासकार, समा...
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राजधानी की साहित्यिक गतिविधियों के केंद्र बिंदु हैं शिवनारायण : डॉ राज कुमार नाहर

– साहित्यिक पत्रिका अनवरत का ” शिवनारायण : साठ पार ” विशेषांक का लोकार्पण। पटना, संवाददाताI ” हिन्दी साहित्य के विशिष्ट कवि- ग़ज़लकार, कथाकार, उपन्यासकार, समालोचक व सम्पादक डॉ शिवनारायण राजधानी पटना ही नहीं संपूर्ण साहित्यिक जगत की गतिविधियों के केंद्र में हैंI वे जितने अच्छे कवि, उतने ही मंजे हुए ग़ज़लगो, जितने संवेदनशील कथाकार-उससे […]