योगस्थ होकर सूक्ष्म तरंगो का संचार जाना जा सकता है।परिवर्तन से रूपांतरण की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। यह हमें भौतिक स्तर पर परिवर्तित करता हुआ आध्यात्मिक रूपान्तरण की ओर ले जाता है। Yoga सिखाता है हमें शून्य होने की कला।शून्य होना, बाहर से नहीं, बल्कि भीतर से।बाहर की शून्यता मौत है, भीतरी शून्यता […]