बीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध के एक महत्त्वपूर्ण कवि थे साहित्यकार रघुवीर सहाय। उनका जन्म 9 दिसंबर, 1929 को लखनऊ में एक कायस्थ परिवार में ह...
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हमारी विभूतियां : लंबे समय तक याद रखे जाएंगे कवि , पत्रकार एवं साहित्यकार रघुवीर सहाय

हमारी विभूतियां :पत्रकार-साहित्यकार रघुवीर सहाय। स्तंभ  हमारी विभूतियां की आज की कड़ी समर्पित है पत्रकार-साहित्यकार रघुवीर सहाय को। साहित्य के इस विभूति को जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद अपनी लेखनी के माध्यम से याद कर रहे हैं। आइए हम भी आज विस्तार से जानते हैं पत्रकार-साहित्यकार रघुवीर सहाय को। बीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध के […]

‘ हमारी विभूतियाँ : स्व मुंशी काली प्रसाद कुलभास्कर ‘ स्व मुंशी काली प्रसाद कुलभास्कर भारतवर्ष के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान समूह के संस्...
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हमारी विभूतियां: काली प्रसाद कुलभास्कर ने गरीबों की शिक्षा के लिए सर्वस्व दान कर दिया

हमारी विभूतियां :काली प्रसाद कुलभास्कर। स्तंभ  हमारी विभूतियाँ  की आज की कड़ी समर्पित है स्वतंत्रता सेनानी एवं शिक्षाविद स्व मुंशी काली प्रसाद कुलभास्कर को।  जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष  राजीव रंजन प्रसाद अपनी कलम से काली प्रसाद कुलभास्कर को याद कर रहे हैं। आइए हम भी आज विस्तार से जानते हैं इस स्वतंत्रता सेनानी एवं शिक्षाविदके बारे […]

31 जुलाई 1880 को बनारस के एक छोटे से गाँव मुंशी प्रेमचंद का जन्म लमही में एक कायस्थ परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम धनपत राय था। उनके प...
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हमारी विभूतियां : महान साहित्यकार के साथ समाज सुधारक भी थे मुंशी प्रेमचंद

हमारी विभूतियां : मुंशी प्रेमचंद। स्तंभ  हमारी विभूतियाँ  की आज की कड़ी समर्पित है हिन्दी साहित्य को समृद्ध करने वाले महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद को।  जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद अपनी कलम से आज मुंशी प्रेमचंद को याद कर रहे हैं। आइए हम भी आज विस्तार से जानते हैं साहित्यकार प्रेमचंद जी को। हमारी विभूतियां […]

आईएनए के संस्थापक स्व. रासबिहारी बोस , जिनके त्याग ,बलिदान एवं अभूतपूर्व रण कौशल को कभी भूलाया नहीं जा सकता है। भारत माता को फिरंगियों...
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हमारी विभूतियां : विदेश में रहकर देश की आजादी के लिए लड़ते रहे थे रासबिहारी बोस

हमारी विभूतियां : रासबिहारी बोस – जयंती पर विशेष । स्तंभ हमारी विभूतियाँ  की आज की कड़ी में हमारी श्रद्धांजलि है आईएनए के संस्थापक रहे स्वतंत्रता सेनानी रासबिहारी बोस को, जिनकी आज जयंती भी है। जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद अपनी कलम से बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। रासबिहारी […]

परमहंस योगानन्द जी का जन्म मुकुन्दलाल घोष के रूप में 5 जनवरी 1893, को गोरखपुर, उत्तरप्रदेश में हुआ। योगानन्द के पिता भगवती चरण घोष बंगाल ...
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भारतीय संस्कृति, परंपरा, योग एवं साधना से पश्चिमी देशों को परिचित कराया परमहंस योगानंद जी ने

हमारी विभूतियां : परमहंस योगानंद जी । विमर्श के तहत xposenow.com एक नया स्तंभ ‘ हमारी विभूतियाँ ‘ शुरू कर रहा है। इस स्तंभ की शुरूआत राष्ट्रीय गौरव रहे परमहंस योगानंद जी से की जा रही है, जो आध्यात्मिक जगत के दिव्य व्यक्तित्व के तौर पर जाने जाते हैं। इन्होंने ही पश्चिमी देशों को समृध्द […]