मुजफ्फरपुर,संवाददाता। जीकेसी कायस्थ चौपाल श्रृंखला पहुंची मुजफ्फरपुर। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस (जीकेसी) ने अपनी विस्तार प्रक्रिया को मदबूती देते हुए बिहार के सभी जिलों में कायस्थ चौपाल के बहाने दस्तक देना शुरु कर दिया है। पटना और समस्तीपुर के बाद आज जीकेसी की मुजफ्फरपुर जिला इकाई ने मुजफ्फरपुर में कायस्थ चौपाल का आयोजन किया। यह कायस्थ चौपाल जीकेसी की राष्ट्रीय सचिव सुबाला वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद विशिष्ठ अतिथि के तौर पर मौजूद थीं। चौपाल में सामाजिक, राजनीतिक और शैक्षणिक उन्नति के लिए कायस्थ समाज के लोगों से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की गई।
मौके पर सुबाला वर्मा ने कायस्थ समाज की एकता पर जोर देते हुये कहा कि यदि हम एकजुट होकर काम करें तो कायस्थ समाज का विकास हो सकता है। यदि कायस्थों में अपने समाज की मदद की भावना आ जाये तो समाज के विकास को कोई रोक नहीं पायेगा। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज मिलकर अपना सांगठनिक ढांचा मजबूत करें। संगठन सशक्त होने पर समाज की राजनीतिक पहचान बनेगी तथा समाज की समस्याओं का निदान होगा। उन्होंने कहा कायस्थ अपनी एकता की शक्ति को पहचानने लगे हैं।
जीकेसी की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने कहा कि कायस्थ जाति के लोग हमेशा समाज का नेतृत्व करते रहें हैं। स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जैसे कायस्थ समाज के पुरोधाओं ने अपने नेतृत्व कौशल से इस देश को नई दिशा और उंचाई दी है, लेकिन दुर्भाग्य से आज कायस्थ समाज हाशिए पर जा रहा है। इसे देखते हुए हमें जागने की जरूरत है। 19 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में विश्व कायस्थ महासम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसे अभूतपूर्व सफलता मिली। अगले वर्ष सितंबर में दिल्ली के रामलीला मैदान में कायस्थ सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम सभी कायस्थ बंधु और कायस्थों के सभी संगठन अपने सारे मतभेदों को भुलाकर इस ऐतिहासिक महासम्मेलन का हिस्सा बनें और अपने कायस्थ समाज को बुलंदियों पर पहुंचाने में मदद करें। नम्रता आनंद ने कहा कि कायस्थ समाज के विकास में जीकेसी युवा और महिला प्रकोष्ठ को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जरूरत है।
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जीकेसी उपाध्यक्ष रमेश प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा कि पूरे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कायस्थ समाज की अपनी एक अलग पहचान है। ये कहीं भी कभी भी अपनी अलग छाप छोड़ते हैं। कायस्थ समाज एक बुद्धिजीवी वर्ग है, जो हमेशा समाज को एक-दूसरे से जोड़ने का काम करता हैं। उन्होंने कायस्थों को अह्वान किया है कि अब समय आ गया है कि कायस्थों को अपना अधिकार लड़कर लेना होगा अन्यथा वे राजनीतिक रूप से हाशिये पर चले जायेंगे।
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इस अवसर पर जीकेसी मुजफ्फरपुर के महासचिव अभय कुमार सिन्हा, ,युवा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष अश्लोक कुमार युवा प्रकोष्ठ के महासचिव आदर्श कुमार,युवा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष कुणाल रंजन, गार्गी श्रीवास्तव, कनक लता सिन्हा, रानी कुमारी सिन्हा, नीलू सिन्हा, सुमन कुमार वर्मा, रजत रंजन समेत कई अन्य गणमान्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये।