पटना, संवाददाता। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में आयुष्मान भारत योजना का लाभ सुलभ तरीके से लाभुकों तक पहुंचाने के लिए अब समर्पित प्रधानमंत्री जन-आरोग्य मित्र अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में राज्य के सभी जिला अस्पताल एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में समर्पित आरोग्य मित्र सेवा प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब इसे चरणबद्ध तरीके से राज्य के अन्य सरकारी अस्पतालों में आरोग्य मित्रों की सेवा उपलब्ध करायी जाएगी। सभी आरोग्य मित्र आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के दौरान आने वाले विषम परिस्थितियों को सुगमता पूर्वक समाधान करने में उनकी मदद करेंगे।
श्री पांडेय ने कहा कि आरोग्य मित्र अस्पताल में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों की पात्रता की जांच करेंगे। मरीजों की पात्रता जांचोपरांत योजना के लाभार्थी हैं अथवा नहीं इसके संबंध में संबंधित कागजात पर मुहर लगाएंगे। पात्र लाभार्थी के खाते में निधि की उपलब्धता की जांच के साथ चिकित्सा के लिए उनसे अनुरोध एवं लाभार्थी के इलाज के उपरांत क्लेम समर्पित करेंगे।
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आरोग्य मित्र उपचार के उपरांत लाभार्थियों का अनुभव (प्रतिक्रिया) लेंगे तथा उसे टीएमएस (ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल पर अपलोड करने और मरीजों को योजना के संबंध में आवश्यक जानकारी देंगे। यह सभी आरोग्य मित्र सेवा प्रदाता एजेंसी के तहत स्वास्थ्य संस्थानों में कार्य करेंगे।
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श्री पांडेय ने कहा आरोग्य मित्रों की अस्पतालों में उपस्थिति की जांच करने की जिम्मेदारी डीपीसी या प्रभारी डीपीसी की होगी। साथ ही इनके कार्यों की समीक्षा की जिम्मेदारी भी इनके उपर होगी। सभी सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान मित्र सहायता केंद्र के नाम से हेल्पडेस्क की स्थापना की जाएगी। साथ ही प्रचार-प्रसार के लिए अस्पताल के द्वारा ही बैनर-पोस्टर भी लगाए जाएंगे।