पटना, संवाददाता। बिहार के साथ केन्द्र का सौतेला व्यवहार करने का राजद ने लगाया आरोप। राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि बिहार की महागठबंधन सरकार का नकल करते हुए केन्द्र की भाजपा सरकार भी अब बड़े आयोजन कर नियुक्ति पत्र बांटने लगी है। पर इसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े के साथ ही बिहार के साथ केन्द्र का सौतेला व्यवहार भी सामने आया है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि देश भर में कुल 45 स्थानों पर कल के रोजगार मेला फेज 2 में 71,056 युवाओं को नियुक्ति पत्र देने का दावा किया गया है। बिहार में मात्र पटना में नियुक्ति पत्र बांटे गए जिनकी संख्या मात्र 392 बताई गई। इस आधार पर दावा किया गया कुल संख्या 71,056 निश्चित रूप से फर्जी लग रहा है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा तो यह है कि जिन्हें नियुक्ति पत्र देने का दावा किया जा रहा है, इन सबों की नियुक्ति काफी पहले हो चुकी है और उनका योगदान दिये हुए भी डेढ़ से दो साल बीत चुके हैं। कल जिन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया है , इसमें सबसे बड़ी संख्या केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों की है। इसकी सच्चाई यह है कि 2018 में ही एसएससी के माध्यम से 60,210 पदों पर केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों में बहाली का विज्ञापन निकला था। जिसके लिए 2019 में ही परीक्षा और फिजिकल टेस्ट हो गया था और 2020 में मेडिकल टेस्ट भी हो गया। जिसमें अबतक मात्र 24 हजार युवाओं की ही बहाली ली गई है। चयनित 36 हजार युवा आज भी भटक रहे हैं। उन्हीं 24 हजार युवाओं को योगदान देने के डेढ़- दो साल बाद अब नियुक्ति पत्र देने का नाटक किया जा रहा है। यदि नियुक्ति पत्र ही देना है तो बचे हुए 36 हजार चयनित युवाओं को मिलना चाहिए। राजद प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों में नियुक्ति के लिए 2018 के बाद कोई विज्ञप्ति ही नहीं निकली है, जबकि अभी केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल मे 1,80000 हजार से ज्यादा पद रिक्त हैं।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि इसी प्रकार विभिन्न बैंकों सहित कई अन्य विभागों में भी काफी पहले से कार्यरत लोगों को नियुक्ति पत्र देकर भाजपा सरकार वाहवाही लूटना चाह रही है। इससे बड़ा फर्जीवाड़े का उदाहरण और क्या हो सकता है कि पटना एम्स में काफी पहले से सेवा दे रहे डॉ नीरज कुमार , डॉ क्रांति भावना, डॉ प्रीति और डॉ सुदीप कुमार आदि को भी कल नियुक्ति पत्र दिया गया है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि इस फर्जीवाड़े में भी केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। कल बांटे गए नियुक्ति पत्र में सबसे कम संख्या बिहार के युवाओं की थी। इसीलिए बिहार जैसे बड़े राज्य में केवल एक स्थान पटना में ही नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया जबकि भाजपा शासित हरियाणा जैसे छोटे राज्य में तीन स्थानों पर , महाराष्ट्र में तीन स्थानों पर और मध्य प्रदेश में तीन स्थानों पर नियुक्ति पत्र वितरण का स्थान निर्धारित किया गया था।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि यदि भाजपा में साहस है तो वह राज्यवार और विभागवार यह बताए कि जो कल नियुक्ति पत्र बांटा गया उसकी विज्ञप्ति कब जारी हुई, उसकी प्रक्रिया कब पुरी हुई, उनका योगदान कब हुआ, सम्बद्ध विभागों में अभी कितनी रिक्तियां बची हुई है और उसे कब तक भरा जाएगा।