जीकेसी की बैठक में संगठन की मजबूती पर जोर।
फिर उठी सिवान जिले को राजेंद्र प्रसाद के नाम पर किये जाने की मांग।
पटना, संवाददाता। प्रबंध न्यासी ने दिया आश्वासन, कहा- जीकेसियन लगाएं कुटीर उद्योग, जीकेसी करेगा मदद। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस बिहार अपने कार्यालय में संगठन को मजबूती देने, गतिशीलता बढ़ाने और आर्थिक आत्म निर्भरता जैसे महत्वपूर्ण एजेंडे पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित की। बैठक की शुरुआत भगवान श्रीचित्रगुप्त की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक कर रहे थे।
मौके पर जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने लोकसभा, राज्य सभा और विधान सभा में मिले महिलाओं को आरक्षण का स्वागत किया और कहा कि समाज की महिलाओं के लिए यह बेहतर अवसर हो सकता है। उन्हें इस अवसर का लाभ उठाने के लिए अभी से जुट जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे संगठन में 51 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी पहले से ही तय है। उन्होंने कहा कि हमारा विजन समाज की महिलाओं के लिए पहले से ही क्लियर और सम्मान जनक था।
ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि जब उधम सिंह के नाम पर उधम सिंह नगर, दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर दीन दयाल जंक्शन नाम हो सकता है तो सिवान जिले का नाम देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के नाम पर क्यों नहीं हो सकता है।
प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने मौके पर अपने संबोधन में कहा कि इस आरक्षण को लेकर आपकी प्रतिस्पर्धा अब और बढ़ने वाली है। अगर आपको इसमें आगे रहना है तो अभी से तैयारी शुरु करनी होगी। उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूत बनाने के लिए पुराने सदस्यों को सक्रिय होने के साथ नये लोगों को जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था के लिए धन महत्वपूर्ण होता है। इसके साथ ही उन्होंने मासिक या वार्षिक सदस्यता शुल्क के प्रावधान शुरु किये जाने की सराहना की और कहा कि यह प्रावधान सीधे सीधे सदस्यों को जोड़ेगा। उन्होंने संगठन और संगठन सदस्यों द्वारा शुरु किये गए कुटीर उद्योग को सहयोग करने की अपील सभी जीकेसियनों से की। साथ ही कहा कि जो भी जीकेसियन अपना उद्योग या कुटीर उद्योग लगाना चाहेंगे उन्हें संगठन हर स्तर पर मदद करने का आश्वासन देता है।
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बैठक का संचालन प्रदेश महासचिव संजय सिन्हा कर रहे थे। इस मौके पर प्रेम कुमार, संजय सिन्हा, डा. नम्रता आनंद, दीप श्रेष्ठ, निलेश रंजन, मुकेश महान अनिल दास, जितेंद्र कुमार सिन्हा,धनंजय कुमार हर्षवर्धन, बलराम श्रीवास्तव,आशुतोष ब्रजेश,आलोक वर्मा,नंदा कुमारी सहित संगठन के कई अधिकारियों ने अपने विचार प्रकट किये। कार्यक्रम के अंत में दीपक अभिषेक ने अपने अध्यक्षीय संबोधन दिया और सबका आभार प्रकट किया।
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