अधिकारियों ने किया साहित्यकार यशपाल के चित्र पर माल्यार्पण किया। सोनपुर,विश्वनाथ सिंह।आज 3 दिसम्बर को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, पूर्व मध्य रेल, सोनपुर में राजभाषा विभाग के तत्वावधान में मंडल रेल प्रबंधक नीलमणि तथा अपर मंडल रेल प्रबंधक -1 संजीव कुमार राय,अपर मंडल रेल प्रबंधक -2 सह अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी मुरली मनोहर प्रसाद के निर्देशानुसार क्रांतिकारी कथाकार यशपाल की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अशोक कुमार एवं वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक चंद्रशेखर प्रसाद द्वारा यशपाल जी के चित्र पर पुष्प माला अर्पित किया गया।
इस अवसर पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए अधिकारियों ने कहा यशपाल प्रगतिवादी साहित्यकारों में अग्रणी रहे हैं। प्रेमचंद जी के बाद सामाजिक विसंगतियों और विषमताओं के विषय को चित्रण करने में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है। इनकी मुख्य रचना झूठा सच, दिव्या, बारह घंटे, दादा कामरेड आदि हैं।
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यशपाल जी को स्वतंत्रता सेनानी के रूप में भी जाना जाता है। अंग्रेजों के प्रति ये विशेष रूप से मुखर रहे थे। ये सामाजिक रूढ़ियों को समाज के विकास में बाधा समझते थे। उन्होंने समाज में फैली हुई व्याप्त आडंबर, जात-पात, अमीर- गरीब तथा स्त्री-पुरुष भेदभाव आदि का हमेशा ही विरोध किया। इन्हें 1970 में पद्मभूषण एवं 1976 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा गया। इस अवसर पर मंडल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा राजभाषा विभाग, मुख्यालय हाजीपुर से भी लोग उपस्थित थे।