पटना, संवाददाता। सामयिक परिवेश की होली में जम कर महिलाओं ने लगाए ठूमके। होली पूर्व होली मिलन समारोह की एक संस्कृति बड़े शहरों में अब स्थापित चुकी है। पटना भी इससे अछूता नहीं रहा। आज चारों तरफ पूरे शहर में होली मिलन की धूम मची है।खास कर सामाजिक और साहित्यिक संस्थाएं ऐसे आयोजन लगातार कर रहीं हैं। इसी क्रम में सामाजिक सौहार्द और प्रेम का प्रतीक रंगोत्सव के अवसर पर साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था सामयिक परिवेश ने भी पटना कार्यालय में होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन परम्परागत तरीके से किया।
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सामयिक परिवेश क्लब की वरिष्ठ सदस्या कृष्णा सिंह, सचिव विभा सिंह, दिव्या, अंजनी, प्रीति सेन ने क्लब की अध्यक्ष ममता मेहरोत्रा को शॉल और मधुबनी पेंटिंग भेंट कर सम्मानित किया। सुनीता,एंजेल,विनीता ,पूनम सलूजा, रूबी,सीमा,रूपम सिंहा ने फाग गीतों पर खूब ठुमके लगाई ।तीन दिनों से मौसम का मिजाज भी बदला बदला सा था झीनी –झीनी बूंदों के बीच गुलाल और फूलों की वर्षा के बीच रंग बरसे चूनर वाली, रंग बरसे गीत पर नृत्य करती सभी सदस्यों ने बृंदावन की होली का एहसास करा दी। रेखा, आभा, ज्योति और कमलेश द्वारा आज बृज में होली रे सखियां गीत की प्रस्तुति दी गई।
क्लब की अध्यक्ष ममता मेहरोत्रा ने होली में एहतियात बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि होली उमंग और उत्साह का पर्व है। इसमें रंग और गुलाल का जम कर प्रयोग होता है। ऐसे मे जरूरी है कि को अपने सेहत का रखना चाहिए। रंग और गुलाल से अपनी आखों को बचाना चाहिए। रसायनिक रंगों के उपयोग से बचना चाहिए। साथ ही हर्बल रंग और गुलाल का प्रयोग करना चाहिए, ताकि शरीर को कोई नुकसान न हो। अंत में सभी ने होली के पारंपरिक व्यंजनों का लुफ्त उठाया। कार्यक्रम की समाप्ति कृष्णा सिंह के आशीर्वचनों से हुई।