पटना । राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में निशानेबाजी (Shooting) में स्वर्ण पदक (Gold medel) विजेता बिहार की श्रेयसी सिंह (Shreyasi Singh) अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होकर विरोधियों पर भी निशाना लगाएंगी। उन्होंने राजनीति में एंट्री लेने के बाद पहला बयान दिया है। रविवार को दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद पटना लौटीं श्रेयसी ने बिहार में खिलाड़ियों के लिए काम करने की बात कही। साथ ही बिहार सरकार को स्वास्थ्य (Health) के मामले में विशेष ध्यान देने को कहा। श्रेयसी सिंह ने विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि इसका फैसला पार्टी करेगी। चिराग पासवान (Chirag Paswan) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो बिहार भी की बेहतरी चाहते हैं, उन्हें शुभकामनाएं। विदित हो कि श्रेयसी सिंह (Shooter Shreyashi Singh) रविवार को बीजेपी में शामिल हो गईं। इसके साथ ही उनके राजनीति में शामिल होने के तमाम कयासों पर विराम लग गया। श्रेयसी के पिता दिग्विजय सिंह (Digviajy Singh) केंद्रीय मंत्री रहे थे। उनकी मां पुतुल सिंह (Putul Singh) भी सांसद रहीं हैं। श्रेयसी सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, महासचिव अरुण सिंह और बिहार बीजेपी अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल की मौजूदगी में बीजेपी के दिल्ली कार्यालय में सदस्यता ग्रहण की।
बीजेपी में शामिल होने के बाद पटना पहुंचीं श्रेयसी ने कहा कि कि वे खेल के क्षेत्र से आती हैं, इसलिए चाहती हैं कि बिहार में खेलों को बढ़ावा मिले। बिहार के बच्चे अलग-अलग खेलों में आगे आएं। उन्होंने इसमें मदद का वादा किया। बीजेपी में ही शामिल होने के सवाल पर श्रेयसी सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित होकर ऐसा किया। कहा कि वे आत्मनिर्भर भारत के तहत बिहार को भी आत्मनिर्भर प्रदेश बनाना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि वे आत्मनिर्भर बिहार का चेहरा बन सकती हैं। श्रेयसी ने कहा कि जब चुनाव आता है, विकास की बातें होती हैं। सवाल यह है कि हम किस तरह का विकास चाहते हैं? ऐसा विकास हो, जिसमें युवाओं का पलाय रुके। बिहार के युवा बिहार में सम्मान की जिंदगी जिएं। श्रेयसी ने यह भी कहा कि बिहार सरकार को स्वास्थ्य के मामले में विशेष ध्यान देना चाहिए। श्रेयसी सिंह को राजनीति विरासत में मिली है। उनकी मां पुतुल सिंह (Putul Singh) पूर्व सांसद रहीं हैं। उन्होंने अपने पति व बांका के पूर्व सांसद दिग्विजय सिंह के निधन के बाद 2010 के लोकसभा उपचुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी बांका से लोकसभा का चुनाव जीता था। फिर, वे बीजेपी में शामिल हो गईं थीं। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में पुतुल सिंह बांका से आरजेडी के जयप्रकाश यादव (Jai Prakash Yadav) से चुनाव हार गईं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बांका की सीट जनता दल यूनाइटेड (JDU) के खाते में चली गई, जिससे नाराज पुतुल सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ गईं। इसके बाद बीजेपी ने पुतुल सिंह को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। उस चुनाव में श्रेयसी सिंह ने मां पुतुल देवी के लिए जनसंपर्क किया था। माना जा रहा है कि श्रेयसी सिंह बांका के अमरपुर सीट या जमुई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। उनके जमुई से चुनाव लड़ने की संभावना अधिक है।