नई दिल्ली। शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, आप हर तरह से किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार को उनके साथ बातचीत करनी चाहिए। समस्या का एक ही समाधान है – कृषि कानून रद्द हो। हमें इस समस्या का समाधान चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह देश की आवाज है और सरकार इसे दबा नहीं पाएगी। ये आंदोलन और भड़केगा।
राहुल गांधी ने कहा कि नए कृषि कानून मंडी प्रथा को खत्म कर देंगे और बड़े उद्योगपतियों को जितना चाहे अनाज जमा करने का अधिकार देंगे, जिससे मध्यम वर्ग और गरीब तबके के लोग बुरी तरह प्रभावित होंगे।
राहुल गांधी ने कहा, इससे देश के सबसे बड़े समूह का पैसा छोटे समूह में ट्रांसफर हो जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी किसानों के साथ लड़ाई में साथ खड़ी है। राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने के बाद इस मुद्दे पर पार्टी आगे की रणनीति क्या हो, इस पर विचार किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस पर आईटीओ और लाल किले पर हुई हिंसा पर राहुल गांधी ने पूछा कि किसानों को वहां किसने जाने दिया। वो गलत लोग थे लेकिन लाखों लोग जो इन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, वो सही लोग हैं।
राहुल गांधी ने कहा, हम भी कहते है कि कृषि क्षेत्र में सुधार होना चाहिए, लेकिन पहले सरकार अपनी गलती मान कर कानूनों को वापस ले।