नई दिल्ली /एजेंसी। देश-दुनिया में इस समय कोरोना वायरस महामारी कहर ढा रही है. वहीं इस बीच आंध्र प्रदेश में एक रहस्यमयी बीमारी फैलनी शुरू हो गई है. राज्य के एलुरु जिले में रविवार को इस बीमारी से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 292 लोगों की हालत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. पश्चिमी गोदावरी जिले के स्वास्थ्य अफसरों के अनुसार इनमें से 140 लोगों का इलाज के बाद घर भेज दिया गया है, जबकि अन्य लोगों की हालत स्थिर है.
अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि कौन सी बीमारी के कारण लोग अचानक से बीमार पड़ने लगे. इस बीमारी की चपेट में आकर उन्हें दौरे पड़ना, जी मिचलाना जैसी परेशानी हो रही है. रविवार को जी मिचलाने और मिर्गी के दौरे पड़ने की समस्या के कारण 45 साल के एक व्यक्ति को विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसने दम तोड़ दिया.
अचानक से फैली इस रहस्यमयी बीमारी के कारण एलुरु प्रशासन में हड़कंप मच गया. जानकारी के मुताबिक बीमारी से ग्रस्त हुए अधिकांश लोग कुछ मिनटों में ठीक होने लगे थे. लेकिन रविवार को पहले कम से कम 7 लोगों को बेहतर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बीमारों का इलाज करने के लिए डॉक्टरों की स्पेशल टीम भी एलुरु पहुंच गई है. इसके साथ ही अन्य बीमार लोगों की पहचान के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जा रहा है.
राज्य स्वास्थ्य आयुक्त कतामानेनी भास्कर भी इस घटना की जानकारी होते ही तुरंत एलुरु पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य अफसरों को बीमार लोगों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए. सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी भी स्थिति का जायजा लेने के लिए एलुरु का दौरा करेंगे.
वह मरीजों से मिलने के लिए अस्पताल जाएंगे. इसके बाद समीक्षा बैठक करेंगे.बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने भी प्रमुख सचिव नीलम साहनी से बात की. जानकारी दी गई कि मल्कानगिरि से एम्स के पांच डॉक्टरों की टीम भी मरीजों के इलाज के लिए एलुरु भेजी गई है. सांसद ने बताया कि उन्होंने दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया से भी इस बाबत बात की और उनकी वेस्ट गोदावरी जिले के स्वास्थ्य अफसरों से भी बात कराई. विशेषज्ञों से चर्चा के बाद सांसद ने अंदेशा जताया कि शायद किसी जहरीले पदार्थ के कारण यह बीमारी फैली हो.