नशा कैसे और क्या प्रभाव डालता है प्रजनन क्षमता पर, इससे जानने के लिए Xposenow.com ने बिहार की जानी मानी निःसंतानता विशेषज्ञ डा. सिमी कुमारी से बात की। यहां प्रस्तुत है उस बातचीत के आधार पर यह आलेख
क्या आपको पता है कि आपके धूम्रपान की लत कई नुकसान देने के साथ साथ आपके प्रजनन क्षमता या प्रजनन स्वास्थ्य को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है। यहां तक कि धूम्रपान का यह नशा आपकी प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है। कई बार तो आपके कमजोर या पीड़ित संतान का कारण बनता है तो कई बार यह आपके निःसंतानता या बांझपन का भी कारण बनता है। यहां तक पुरुष बांझपन का एक बहुत बड़ा कारण तम्बाकू या इस तरह का कोई नशा होता है।
पुरुषों के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि तम्बाकू या इस तरह का कोई नशा उनके शुक्राणु की गुणवत्ता को तो प्रभावित करता ही है। साथ ही शुक्राणुओं की मात्रा को भी कम करता है। यह नुकसान तम्बाकू में मौजूद रसायनों के कारण होता है।तम्बाकू द्वारा उत्पन्न ऑक्सीडेटिव तनाव शुक्राणु के डीएनए विखंडन को नुकसान पहुंचाता है। इससे खराब गुणवत्ता वाला भ्रूण का विकास होता है। जो अंततः गर्भपात, समय से पहले जन्म या गर्भ में भ्रूण की मृत्यु का कारण बन सकता है। धूम्रपान गर्भपात, रक्तस्राव, आईयूजीआर, समय से पहले जन्म, गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप या भ्रूण की अंतर्गर्भाशयी मृत्यु की संभावना को बढ़ाकर गर्भावस्था को प्रभावित करता है। इसलिए यह चिंताजनक है।
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नशे का सेवन मसलन शराब,तम्बाकू या अन्य कोई नशीले पदार्थ, महिलाओं में प्रजनन क्षमता को गंभीर और नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। मासिक धर्म पर इसका प्रभाव पर सकता है। इससे मासिक धर्म चक्र बाधित हो सकता है। ओव्यूलेशन अनियमित हो सकता है। इसके साथ ही बांझपन की समस्या को बढ़ा सकता है। शराब के सेवन तो अंडकोष के भंडार पर भी नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है। इससे रजोनिवृत्ति जल्दी हो सकती है और गर्भधारण की संभावना जल्दी कम या समाप्त हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि फैमिली प्लान करने के पहले अपनी स्थिति की जांच करें और सक्रिय और निष्क्रिय धूम्रपान दोनों को अलविदा कहें और किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें।