शारदीय नवरात्र 2023 का शुभारंभ 15 अक्तूबर से हो रहा है। कलश स्थापना 15 अक्तूबर को पूरे दिन में किसी भी समय किया जा सकता है। जहां तक अमृत ...
धर्म-ज्योतिष

शारदीय नवरात्र 2023 – गज पर आएंगी मां दुर्गा, प्रस्थान चरणायुध (मुर्गे) पर

15 अक्तूबर से हो रहा है। कलश स्थापना। कलश स्थापना का मुहूर्त 7 बजकर 16 मिनट से 8 बजकर 42 मिनट तक और सर्वोत्तम अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 12 मिनट से 11 बजकर 58 मिनट तक। अष्टमी या दुर्गाष्टमी 22 अक्टूबर को। पटना, जितेन्द्र कुमार सिन्हा। शारदीय नवरात्र 2023 का शुभारंभ 15 अक्तूबर से हो […]

तीज महोत्सव का हुआ आयोजन। सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन ने राजधानी पटना के कुरथौल में तीज महोत्सव का आयोजन किया। इस अवसर पर अतिथि के...
धर्म-ज्योतिष

दीदीजी फाउंडेशन ने आयोजित किया कुरथौल में तीज महोत्सव

पटना, संवाददाता। तीज महोत्सव का हुआ आयोजन। सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन ने राजधानी पटना के कुरथौल में तीज महोत्सव का आयोजन किया। इस अवसर पर अतिथि के तौर पर मिसेज बिहार ज्योति दास, रूपाली दास टुंपा, राकेश कुमार, आनंद सिन्हा, सुप्रिया सिन्हा, विक्की कुमारी, प्रवीण कुमार बादल उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन के […]

रक्षाबंधन 2023 आने को है। लेकिन इस साल दुविधा यह है कि राखी का त्योहार कब मनाया जाएगा। 30 अगस्त या 31 अगस्त को। आपके लिए इस आलेख में यह...
धर्म-ज्योतिष

रक्षाबंधन 2023 : कब है राखी का त्योहार 30 या 31 अगस्त को ?

सावन शुरू होते ही बहनें इस माह के पूर्णिमा का इंतज़ार करने लगती हैं। इसी माह के पूर्णिमा को वे अपने भाइयों की दाहिनी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर दृष्ट तथा अदृष्ट विघ्नों से उनके रक्षा की कामना करती हैं न सिर्फ उनके रक्षा की कामना करती हैंबल्कि अपने संबंध की प्रगाढ़ता की भी कामना […]

भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग पर रुद्राभिषेक करने का अलग ही महत्व है। ज्योतिर्लिंग पर रुद्राभिषेक से शिव भक्तों की मनोकामना निश्चित ही...
धर्म-ज्योतिष

द्वादश ज्योतिर्लिंग: जानें कहां अवस्थित हैं ज्योतिर्लिंग और क्या हैं इसके महत्व

यूं तो तो करोड़ों शिवलिंग देश भर में है, जुनकी पूजा अर्चना नियमित होती है। अकेले कर्नाटक के कोटिलिंगेश्वर मंदिर में 90लाख से अधिक छोटे बड़े शिवलिंग स्थापित हैं। लेकिन ज्योतिर्लिंग इन सब से अलग होता है। ज्योतिर्लिंग मतलब भगवान शिव का ज्योति रूप में प्रकट होना। खास बात है कि यह स्वनिर्मित और स्वप्रकटित […]

जब महादेव ने लिया हनुमान रूप में अवतार । कलियुग में तारणहार देवताओं के लिए सर्वोत्तम भक्त और कलियुग में साक्षात भगवान के रुप में प्रचलित म...
धर्म-ज्योतिष

शिव अवतार: कब और कैसे शिव ने लिया हनुमान रूप में अवतार

शिवकथा के अनुसार शिव ने कई अवतार धारण किये हैं। इनमें से ऋषि दुर्वाषा अवतार, गृहपति अवतार,शरभ अवतार और भिक्षुवर्य अवतार को आप Xposenow.com में पढ चुके हैं । शिव अवतार की इस कइी में जानिए शिव के हनुमान अवतार के बारे में। जब महादेव ने लिया हनुमान रूप में अवतार । कलियुग में तारणहार […]

पटना के बापू सभागार में आयोजित त्रिकालदर्शी श्री पंडोखर सरकार का दिव्य दरबार के दूसरे दिन बुधवार को भी पंडोखर सरकार गुरु शरण शर्मा महाराज...
विमर्श

पर्चा निकाल दूसरे दिन भी पंडोखर सरकार ने किया भक्तों की समस्या का समाधान

पटना,संवाददाता। पटना के बापू सभागार में आयोजित त्रिकालदर्शी श्री पंडोखर सरकार का दिव्य दरबार के दूसरे दिन बुधवार को भी पंडोखर सरकार गुरु शरण शर्मा महाराज लोगों का पर्चा निकालकर उनकी समस्याओं का समाधान किया। पंडोखर बाबा अपने दिव्य दरबार शुरू करने से पहले पूजा अर्चना किया और उपस्थित भक्तजनों को संबोधित करते हुए कहा […]

वक्री शुक्र : धर्म,न्याय और वित्त की कमान संभालनेवाले बृहस्पति का अग्नि तत्व राशि,मेष राशि में राहु के साथ होकर कड़े अनुशासन के पालनकर्ता ...
धर्म-ज्योतिष

वक्री शुक्र: आज से शुक्र हुए वक्री, देश और दुनिया की राजनीति बंटेगी दो खेमे में

आज 23 जुलाई 2023 को सुबह 07.02 मिनट पर शुक्र वक्री हो गए। राजनीति के कारक और जानकार शुक्र ग्रह अब वक्री होकर सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं। अब शुक्र4 सितम्बर को मार्गी होंगे। ऐसे में देश और दुनिया की राजनीति में परिवर्तण अवश्यमभावी है।क्या परिवर्तण हो सकते हैं, बता रही हैं ज्योतिष […]

माना जाता है कि शिव उपासना से स्वतः भगवान ब्रह्मा एवं विष्णु की भी उपासना हो जाती है। मान्यता है कि त्रिदेवों में परस्पर कार्य भेद नहीं ह...
धर्म-ज्योतिष

शिव उपासना से ही स्वतः हो जाती है ब्रह्मा और विष्णु की उपासना

माना जाता है कि शिव उपासना से स्वतः भगवान ब्रह्मा एवं विष्णु की भी उपासना हो जाती है। मान्यता है कि त्रिदेवों में परस्पर कार्य भेद नहीं है। जो भेद दिखता है, वह केवल लीला मात्र है। शिवपुराण में भगवान शिव के परात्पर निर्गुण स्वरूप को ‘सदाशिव’, सगुण स्वरूप को ‘महेश्वर’, विश्व का सृजन करने […]

शिवपुराण के अनुसार अति क्रोध के संवाहक ऋषि दुर्वाषा भी भगवान शिव के ही अवतार हैं। माना जाता है कि महादेव के आठवें अवतार थे ऋषि दुर्वाषा। ...
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शिव अवतार: महादेव के आठवें अवतार थे ऋषि दुर्वाषा

शिवपुराण के अनुसार अति क्रोध के संवाहक ऋषि दुर्वाषा भी भगवान शिव के ही अवतार हैं। माना जाता है कि महादेव के आठवें अवतार थे ऋषि दुर्वाषा। अति क्रोध और बात बात में शाप देने के लिए जाने जाते हैं महर्षि दुर्वाषा। कथा के अनुसार निःसंतान महर्षि अत्री और माता अनसुइया संतान प्राप्ति के लिए […]

sawan special: कथा भिक्षु वर्य अवतार की। दानेश्वर भोलेनाथ अपने भक्तों की इच्छाओं को अपने अनुसार ही पूरा करते हैं। भक्ति अनुरागियों की माने...
धर्म-ज्योतिष

sawan special: हर प्राणियों के जीवन रक्षा का संदेश है महादेव का ” भिक्षु वर्य अवतार “

sawan special: कथा भिक्षु वर्य अवतार की। दानेश्वर भोलेनाथ अपने भक्तों की इच्छाओं को अपने अनुसार ही पूरा करते हैं। भक्ति अनुरागियों की मानें तो भोलेनाथ को मनाने के लिए उनके भिक्षुवर्य अवतार की महिमा अद्वितीय है। तमी तो दरिद्र शब्द का मान बढ़ाया है नारायण ने और “दरिद्रनारायण’ एकाकार हो सका। भिक्षु वर्य अवतार […]